जल जीवन मिशन पर 1000 करोड़ रुपये की घूस के आरोपों पर मंत्री संपतिया उईके का बयान, मुख्यमंत्री पर डाला जिम्मा

छत्तीसगढ़ की जल जीवन मिशन योजना में 1000 करोड़ रुपये की घूस लेने के आरोपों के बीच राज्य मंत्री संपतिया उईके ने अपनी सफाई दी है। मंत्री उईके ने आरोपों को निराधार और बेबुनियाद बताते हुए कहा कि वह हमेशा जनता की सेवा में लगी रही हैं। उनका कहना था कि इस मामले में जो भी जवाब देना है, वह मुख्यमंत्री देंगे, क्योंकि यह मामला मुख्यमंत्री की निगरानी में ही आता है।
मंत्री उईके ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें जानबूझकर प्रताड़ित किया जा रहा है और यह आरोप पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित हो सकते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त सरकार है और यदि किसी के खिलाफ कोई शिकायत आती है तो उसकी पूरी जांच की जाती है।
मंत्री ने कहा, "मैं जनता की सेवा कर रही हूं"
मंत्री उईके ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "मैंने हमेशा जनता के हित में काम किया है और मुझे इस मामले में प्रताड़ित किया जा रहा है। मेरी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ हमेशा सख्त कदम उठाए हैं। अगर किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कोई शिकायत आती है, तो उसे पूरी तरह से जांच के तहत लिया जाता है।"
मंत्री ने इस मुद्दे को कैबिनेट में उठाने की बात कही
संपतिया उईके ने यह भी बताया कि वह इस मुद्दे को आगामी कैबिनेट बैठक में उठाएंगी और किसी भी सवाल का पूरी तरह से जवाब देंगी। उन्होंने प्रेस वार्ता का भी आयोजन करने की बात कही ताकि इस मामले में पूरी पारदर्शिता रहे और सभी आरोपों का जवाब दिया जा सके।
मुख्यमंत्री का जवाब जरूरी
मंत्री उईके ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर यह जिम्मा डाला कि वह इस मामले में अंतिम जवाब देंगे। उनका कहना था कि वह मुख्यमंत्री की नीतियों और निर्देशों के तहत काम कर रही हैं और अगर कोई घूस की शिकायत हुई तो उसकी जांच पूरी तरह से की जाएगी।
आरोपों की तफ्तीश और पारदर्शिता
जल जीवन मिशन योजना के तहत राज्य में पानी की आपूर्ति से जुड़े बड़े प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं, और ऐसे आरोपों के सामने आने से इन परियोजनाओं की पारदर्शिता पर सवाल उठने लगे हैं। हालांकि, मंत्री उईके के मुताबिक, इन आरोपों का कोई आधार नहीं है और इस मुद्दे को गंभीरता से लेकर जांच की जाएगी।