
राज्य में वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा देने और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने के लिए दो प्रमुख शहरों—उज्जैन और जबलपुर में बड़े चिड़ियाघर (जू) और रेस्क्यू सेंटर बनाए जा रहे हैं। इन नए केन्द्रों का उद्देश्य वन्यजीवों के संरक्षण के साथ-साथ घायल और बीमार जानवरों के इलाज और पुनर्वास की सुविधा प्रदान करना है।
दोनो शहरों में बनाए जा रहे इन चिड़ियाघरों के साथ रेस्क्यू सेंटर भी स्थापित किए जाएंगे, जहां घायल और संकटग्रस्त वन्यजीवों को तत्काल उपचार और देखभाल मिल सकेगी। इन रेस्क्यू सेंटरों में वन्यजीवों के संरक्षण के लिए विशेष चिकित्सा और प्रबंधन सुविधाएं होंगी।
इसके अलावा, मध्यप्रदेश सरकार गुजरात के वनतारा के वन्य जीव रेस्क्यू सेंटर की तर्ज पर एक बड़ा एनिमल वेलफेयर प्रोजेक्ट और रेस्क्यू सेंटर विकसित करने की योजना भी बना रही है। इस परियोजना के तहत प्रदेश में वन्यजीवों की देखभाल और संरक्षण के लिए आधुनिक ढंग से विशेष प्रबंधन की व्यवस्था की जाएगी।
वन अधिकारियों का एक दल जल्द ही गुजरात के वनतारा सेंटर का दौरा करने जा सकता है, ताकि वहां की व्यवस्थाओं और कार्यप्रणाली से प्रेरणा ली जा सके और मध्यप्रदेश में बेहतर व संरक्षित वन्यजीव रेस्क्यू सेंटर की स्थापना की जा सके। इस पहल से राज्य में वन्यजीवों के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है।