मध्यप्रदेश में मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, सिंगरौली के सात गांव पानी में डूबे, कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात
मध्यप्रदेश में बीते कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। तेज बारिश के चलते प्रदेश के कई हिस्सों में नदी-नाले उफान पर हैं और कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि सिंगरौली जिले के सात गांव पूरी तरह पानी में डूब गए हैं।
स्कूलों में छुट्टी, सड़कें बंद
सिंगरौली जिले में प्रशासन ने स्थिति को गंभीर देखते हुए एहतियातन सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। उधर, भारी बारिश के कारण कई मार्गों पर आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है। ग्रामीण इलाकों का मुख्यालयों से संपर्क टूट गया है। कई जगह पुल-पुलियाओं के ऊपर से पानी बह रहा है, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया है।
बाढ़ जैसे हालात, प्रशासन अलर्ट मोड पर
राज्य के विभिन्न जिलों—जैसे रीवा, सतना, उमरिया, अनूपपुर, मंडला, शहडोल, डिंडोरी और जबलपुर—में भी बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। इन इलाकों में लगातार हो रही बारिश से खेत, सड़कें और रिहायशी इलाके जलमग्न हो गए हैं।
प्रशासन ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को सतर्क कर दिया है। संवेदनशील इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं। कुछ क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट भी किया गया है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। खासकर मध्यप्रदेश के पूर्वी और उत्तरी हिस्सों में ज्यादा सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
प्रशासन की अपील
प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन की ओर से लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें, जलभराव वाले इलाकों से दूरी बनाए रखें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।

