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Ratlam स्वस्थ रहने के लिए योग एवं आयुर्वेदिक पद्धति को दें बढ़ावा  राज्यमंत्री कांवरे

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 मध्य प्रदेश न्यूज़ राज्य मंत्री कांवरे ने कहा कि हमारा देश में कोरोना काल में आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक, यूनानी चिकित्सा पद्धतियों के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है। कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए आयुष विभाग समय-समय पर शिविरों का आयोजन कर औषधियाँ पहुँचाने का प्रयास करेगा।  ऋषि-मुनियों का देश है, जिन्होंने आयुर्वेद को विश्व पटल पर रखा है।  उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर्बल गार्डन तैयार करने को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों को अपने घरों में हर्बल गार्डन तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने जन-प्रतिनिधियों से अपने जन्म दिवस के अवसर पर अपने घरों के गमलों में औषधीय महत्व के पौधे लगाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मानव तंत्र पर औषधि के रूप में प्रयोग किये जाने वाले पौधे लगाने से आयुर्वेद को काफी बढ़ावा मिलेगा।

राज्य मंत्री कांवरे ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान  प्रदेश में जड़ी-बूटियों एवं औषधियों का अपार भंडार है, जिनके माध्यम से लोगों को रोजगार से भी जोड़ा जा रहा है। की दूरगामी सोच के अनुरूप आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में त्रिकटु चूर्ण बांटकर आयुष विभाग ने सराहनीय कार्य किया। जिसका सुखद परिणाम सभी को देखने को मिला। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित झाबुआ, पन्ना एवं डिंडौरी के सरपंच और उप सरपंचों से संवाद किया।

मंत्री सुउषा ठाकुर ने कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति का लाभ जन-जन को प्राप्त हो रहा है। प्रमुख सचिव श्रीमती करलिन खोंगवार देशमुख ने कहा कि प्रदेश में 362 आयुष हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर्स खोले जाने का लक्ष्य है। आयुष विभाग नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।  अभी तक 288 सेंटर्स खोले जा चुके है। आयुष विभाग योग से निरोग कार्यक्रम संचालित कर रहा है जिसमें इन सेंटर्स का महत्वपूर्ण योगदान होगा। अंत में डॉ. राजीव मिश्रा ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में जन-प्रतिनिधिगण, विभागीय अधिकारी- कर्मचारी एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।


इसके पहले आयुष राज्य मंत्री कांवरे की अध्यक्षता में पंडित उद्धवदास मेहता वैद्यशास्त्री आयुर्वेद सेवा सम्मान पुरस्कार प्रदान करने के लिए चयन समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में वर्ष 2017,18,19 एवं 20 के पुरस्कार प्रदान करने के लिए आगामी 27 सितम्बर को पुन: बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया गया। इस पुरस्कार के अतंर्गत संबंधित व्यक्ति एवं संस्था को आयुर्वेद के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए एक लाख रूपये की राशि एवं प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाता है।

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