
पेंच टाइगर रिजर्व से वन्यजीवों का एक बेहद रोमांचक और दुर्लभ नजारा कैमरे में कैद हुआ है। सफारी के दौरान पर्यटकों को यहां एक दिलचस्प नजारा देखने को मिला। एक तेंदुआ बाघ से अपनी जान बचाने के लिए भागते हुए पेड़ पर चढ़ गया। बाघ काफी देर तक पेड़ के नीचे रहा, लेकिन आखिरकार तेंदुआ ने जोखिम उठाया और पेड़ से छलांग लगाकर तेजी से जंगल की ओर भाग गया। बाघ ने पीछा करने की कोशिश की, लेकिन तेंदुआ सुरक्षित बच निकला। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियों में रहा। इसमें पेंच टाइगर रिजर्व की जैव विविधता और रोमांच को दर्शाया गया है।
गर्मी की छुट्टियों में पर्यटकों की पहली पसंद बना पेंच
इस समय पेंच टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। गर्मी की छुट्टियों के चलते पर्यटक यहां आकर प्रकृति की गोद में सुकून के पल बिता रहे हैं। सुबह और दोपहर की सफारी में लोग घने जंगलों में वन्यजीवों को करीब से देख सकते हैं। गर्मी और सूखे के चलते वन्यजीव पानी के स्रोतों की तलाश में बाहर निकल रहे हैं, जिससे बाघ, तेंदुआ, हिरण, नीलगाय, सियार जैसे जानवरों को देखना आसान हो गया है। 325 पक्षी प्रजातियों और प्रसिद्ध बाघों का घर 1179 वर्ग किलोमीटर में फैले पेंच नेशनल पार्क में 82.30 वर्ग किलोमीटर के मुख्य क्षेत्र के साथ 116 किलोमीटर की कच्ची सफ़ारी पगडंडियाँ हैं। यहाँ 325 से ज़्यादा पक्षी प्रजातियाँ पाई जाती हैं। बिजमत्ता, पद्देव, लक्ष्मी, काला पहाड़, एल मार्क और स्वास्तिक जैसे प्रसिद्ध बाघ और बाघिन अक्सर पर्यटकों द्वारा देखे जाते हैं।