
इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में सोनम और राज समेत पांच आरोपियों को आठ दिन की रिमांड पर मेघालय पुलिस को सौंप दिया गया है। सोनम ने राजा की हत्या क्यों की, इसकी वजह सबके सामने है। यह तो साफ है कि सोनम और राज के प्रेम प्रसंग के चलते राजा की जान गई, लेकिन साजिश किसकी थी, सोनम की या राज की? पुलिस अब इस गुत्थी को सुलझाने में जुटी है। मेघालय के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एल. नोंग्रांग ने बताया कि मामले का खुलासा कैसे हुआ। उन्होंने उन अहम सुरागों के बारे में बताया, जिनसे सोनम पर शक हुआ। उन्होंने बताया कि राजा रघुवंशी और सोनम शादी के बाद घूमने के लिए मेघालय आए थे। यहां उन्होंने स्कूटी किराए पर ली और घूमने निकल गए। इस दौरान दोनों सोहरा (चेरापूंजी) में ठहरने के लिए होमस्टे में कमरा तलाशने गए। वहां उन्हें कमरा नहीं मिला। इस पर दोनों ने वहां के संचालक से सिर्फ अपना सामान रखने को कहा। उसने कहा कि वह ट्रिप से लौटने के बाद उनका सामान ले जाएगा। होटल मैनेजर ने इस पर सहमति जताई। इसके बाद वह अपना सूटकेस वहीं छोड़कर चला गया। डीजीपी ने बताया कि इसके बाद सोनम ने राजा की हत्या करवा दी। वह दोबारा अपना सामान लेने होटल नहीं गई। जब पुलिस होमस्टे संचालक से पूछताछ करने गई तो उसने इस बैग के बारे में बताया। तलाशी के दौरान सूटकेस में मिला मंगलसूत्र और अंगूठी इस हनीमून मर्डर केस को सुलझाने में सबसे अहम सुराग साबित हुए। एक शादीशुदा महिला का अपने जेवर छोड़कर जाना हमारे लिए बड़ा सुराग साबित हुआ। यहीं से सोनम पर हमारा शक गहरा गया। शादी की सबसे अहम निशानी को इस तरह छोड़कर जाने के पीछे सोनम का मनोविज्ञान बताता है कि वह राजा को नापसंद करती थी। इसके बाद 2 जून को राजा की लाश मिली।