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Indore में दिनदहाड़े लाखों की चोरी, गेट से कूदा चोर, पुलिस ने देखे सीसीटीवी, वह भी हैरान
 

Indore में दिनदहाड़े लाखों की चोरी, गेट से कूदा चोर, पुलिस ने देखे सीसीटीवी, वह भी हैरान

देश में स्वच्छता में पहले स्थान पर रहने वाला इंदौर अब चोरी की बढ़ती घटनाओं के कारण सुर्खियों में है। शहर में सुरक्षित मानी जाने वाली कॉलोनियों में आए दिन हो रही चोरी की घटनाएं न सिर्फ आम लोगों में भय का माहौल पैदा कर रही हैं, बल्कि पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर रही हैं। इंदौर के आसपास चोरी करने वाले गिरोह भी लगातार सक्रिय हैं। इस लाइव घटना को देखकर पुलिस भी हैरान है।

भंवरकुआं थाना क्षेत्र के साईं मंगल नगर निवासी मनीष चौधरी के घर में चोरी की वारदात उस समय हुई, जब वे निजी काम से खरगोन गए थे। दिन में अज्ञात चोर ने घर का ताला तोड़कर लाखों रुपए की नकदी चोरी कर ली। चोरी की पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई है, जिसमें देखा जा सकता है कि आरोपी काफी देर तक इसी इलाके में घूमने के बाद घर में दाखिल हुए। मनीष चौधरी खरगोन गए थे, तभी चोर घुस आए
साईं मंगल नगर निवासी मनीष चौधरी ने पुलिस को बताया कि जब वे निजी काम से खरगोन गए थे, तभी अज्ञात चोर उनके घर के दरवाजे का ताला तोड़कर लाखों रुपए की नकदी चुरा ले गए। चोर की पूरी हरकत सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गई है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि चोर काफी देर तक घर के आसपास घूमता रहा। इस घटना से पता चलता है कि चोर अब सिर्फ सुनसान इलाकों को ही नहीं, बल्कि सुरक्षित मानी जाने वाली बस्तियों को भी निशाना बना रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या हमारी सुरक्षा व्यवस्था पर्याप्त है?

क्या सुरक्षा व्यवस्था पर्याप्त है?

चोरी की घटना के बाद पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोर की पहचान कर उसकी तलाश कर रही है। लेकिन लगातार हो रही ऐसी घटनाओं के बावजूद पुलिस की गश्त और सतर्कता पर सवाल उठना स्वाभाविक है। नागरिकों का कहना है कि पुलिस घटना के बाद ही सक्रिय होती है, जब पहले से सतर्कता का अभाव होता है। इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि सिर्फ पुलिस पर निर्भर रहना पर्याप्त नहीं है। नागरिकों को भी अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक होना होगा।

सीसीटीवी पर पुलिस कर रही है नजर
एसीपी देवेंद्र सिंह धुर्वे ने बताया कि पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। हालांकि नागरिकों का कहना है कि पुलिस वारदात होने के बाद ही सक्रिय होती है, जब समय रहते इन्हें रोकने के प्रयास नहीं दिखते।
न्यायिक प्रक्रिया तेज होनी चाहिए
क्रिमिनोलॉजिस्ट डॉ. विनीत दुबे का कहना है कि चोरों के बढ़ते दुस्साहस का एक कारण यह भी है कि उन्हें पता है कि न्यायिक प्रक्रिया लंबी है और पकड़े जाने की संभावना कम है। स्थानीय स्तर पर सुरक्षा तकनीक का सही इस्तेमाल और सतर्कता बहुत जरूरी है। सुरक्षा विशेषज्ञ आर.के. मेहरा का कहना है कि आधुनिक बस्तियों में अब डिजिटल सुरक्षा अपनाना जरूरी हो गया है। स्मार्ट डोर लॉक, मोशन सेंसर और मोबाइल अलर्ट जैसे उपाय काफी कारगर साबित हो सकते हैं।

रहवासियों ने बनाया मॉनिटरिंग ग्रुप
विजय नगर निवासी संध्या अग्रवाल का कहना है कि हमारे इलाके में गार्ड तो हैं, लेकिन वे अक्सर रात में सोते नजर आते हैं। हम चाहते हैं कि पुलिस और कॉलोनी कमेटियां मिलकर कोई ठोस योजना बनाएं। न्यू पलासिया निवासी रवि मिश्रा कहते हैं कि सिर्फ़ सीसीटीवी कैमरे लगाने से काम नहीं चलता, उनकी निगरानी और रखरखाव भी ज़रूरी है। हमने कॉलोनी में एक नेबरहुड वॉच ग्रुप बनाया है, जो रात में गश्त करता है।

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