मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। गढ़ा इलाके के अंबर बिहार कॉलोनी में रहने वाली 55 वर्षीय महिला प्रोफेसर प्रज्ञा अग्रवाल अपने ही घर में मृत अवस्था में पाई गईं। उनके शरीर पर चोट के निशान मिलने के कारण यह मामला और अधिक रहस्यमयी बन गया है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घटना का विवरण
प्रज्ञा अग्रवाल एक शिक्षण संस्थान में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थीं और अकेली रहती थीं। शुक्रवार देर शाम उनके पड़ोसियों को कई घंटों तक घर से कोई हलचल नजर नहीं आई, तो उन्होंने दरवाजा खटखटाया। जब दरवाजा नहीं खुला तो पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर भीतर प्रवेश किया, जहां उनका शव जमीन पर पड़ा मिला।
शरीर पर चोट के निशान
पुलिस के मुताबिक, शरीर पर कुछ बाहरी चोटों के निशान मिले हैं, जिससे यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि मामला आत्महत्या है या किसी हमले का परिणाम। प्रारंभिक तौर पर पुलिस आत्महत्या की आशंका जता रही है, लेकिन हत्या की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा रहा।
एफएसएल टीम कर रही है जांच
मौके पर फॉरेंसिक टीम (FSL) को बुलाकर साक्ष्य जुटाए गए हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
पुलिस का बयान
गढ़ा थाना प्रभारी ने बताया:
“महिला प्रोफेसर का शव उनके घर में मिला है। शरीर पर कुछ चोटों के निशान हैं। अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। सभी पहलुओं से जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स भी खंगाले जा रहे हैं।”
पड़ोसियों में दहशत
घटना के बाद अंबर बिहार कॉलोनी में दहशत का माहौल है। पड़ोसियों का कहना है कि प्रज्ञा अग्रवाल बहुत शांत स्वभाव की थीं और किसी से रंजिश नहीं रखती थीं। उन्होंने कभी कोई पारिवारिक विवाद भी साझा नहीं किया।
आगे की कार्रवाई
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आत्महत्या या हत्या की पुष्टि संभव
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परिवार और नजदीकी लोगों से पूछताछ जारी
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सीसीटीवी और मोबाइल रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं

