सागर में संत समागम का भव्य आयोजन, भक्ति, आध्यात्म और श्रद्धा से सराबोर हुआ बुंदेलखंड

जुलाई महीने के पहले सप्ताह में बुंदेलखंड की धरती पर भक्ति और आध्यात्म की अविरल धारा बह रही है। सागर जिले के समीपस्थ ग्राम बम्होरी रेगुआ में चल रहे संत समागम महोत्सव में देशभर से आए प्रख्यात संतों और महात्माओं के चरण पड़ रहे हैं। यह आयोजन 2 जुलाई से प्रारंभ हो चुका है और श्री श्री 108 स्वामी श्री किशोरदास देव जू महाराज के सात्विक सानिध्य में विभिन्न धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है।
श्री भक्तमाल कथा बनी मुख्य आकर्षण
संत समागम के दौरान "श्री भक्तमाल कथा" का विशेष आयोजन किया जा रहा है, जिसमें प्रसिद्ध संत-वक्ताओं द्वारा भक्त चरित्रों की अमृतमयी कथाएं सुनाई जा रही हैं। कथा में भाग लेने के लिए दूर-दराज से श्रद्धालु बड़ी संख्या में सागर पहुंच रहे हैं, और प्रतिदिन यहां हजारों की संख्या में भक्तों की उपस्थिति हो रही है।
गुरु पूर्णिमा का विशेष महोत्सव
इस धार्मिक आयोजन का मुख्य आकर्षण 21 जुलाई को पड़ने वाली गुरु पूर्णिमा रहेगी, जिसे "श्री गुरु पूर्णिमा महामहोत्सव" के रूप में धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दिन गुरु महिमा का गायन, विशेष पूजन, भंडारा और संत वंदना जैसे कई कार्यक्रम होंगे। आयोजन समिति के अनुसार, गुरु पूर्णिमा पर देशभर से संतों और भक्तों के आगमन की उम्मीद है, जिससे सागर का यह इलाका आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर हो जाएगा।
संतों का महासंगम
इस कार्यक्रम में देशभर के विभिन्न संत, महात्मा और साधु-संत भाग ले रहे हैं। इनके सान्निध्य में सत्संग, प्रवचन, ध्यान, भजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। आयोजक मंडल ने बताया कि यह समागम न केवल धार्मिक चेतना का उत्सव है, बल्कि समाज को सद्भाव, सेवा और संस्कारों का संदेश देने वाला भी है।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष प्रबंध
संत समागम में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा गया है। भक्तों के रहने, खाने-पीने और स्वास्थ्य की समुचित व्यवस्था की गई है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के लिए स्वयंसेवकों और स्थानीय प्रशासन का सहयोग भी लिया जा रहा है।
आयोजकों की ओर से आमंत्रण
स्वामी किशोरदास देव जू महाराज के शिष्य मंडल और आयोजन समिति ने सभी धर्मप्रेमियों से संत समागम में भाग लेने का आह्वान किया है। उनका कहना है कि यह आयोजन भक्ति और सत्संग की गंगा है, जिसमें डुबकी लगाकर हर कोई आध्यात्मिक लाभ प्राप्त कर सकता है।