राजा रघुवंशी हत्याकांड में आरोपित पत्नी सोनम को पुलिस ने पटना ले गई, जानिए कैसे एक फोन कॉल से कैसे खुला हत्या का राज?

इंदौर की सोनम रघुवंशी अब एक चर्चित नाम बन चुकी है। एक महीने पहले शादी करने वाली सोनम पर अपने ही पति राजा रघुवंशी की हत्या का गंभीर आरोप लगा है। मेघालय पुलिस ने उसे उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार किया और अब उसे बिहार, कोलकाता होते हुए शिलांग ले जाया जा रहा है, जहां यह मर्डर केस दर्ज है। यह मामला सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि एक योजनाबद्ध साजिश का प्रतीक बन गया है, जिसमें भावनाएं, धोखा और क्रूरता की सभी सीमाएं पार होती नजर आ रही हैं।
रास्ते भर मौन रही सोनम, खाना तक नहीं खाया
गिरफ्तारी के बाद जब मेघालय पुलिस सोनम को लेकर शिलांग रवाना हुई, तो वह पूरे रास्ते बेहद शांत रही। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सोनम ने न तो किसी से बात की और न ही भोजन किया। जब भी उससे सवाल किया गया, तो वह सिर्फ एक ही जवाब देती रही – "मेरे सिर में दर्द हो रहा है।" पुलिस द्वारा लगातार बातचीत की कोशिशों के बावजूद वह बिल्कुल चुप रही और किसी भी सवाल का जवाब देने से बचती रही। उसे कई बार आराम और खाने का मौका भी दिया गया, लेकिन उसने सब कुछ ठुकरा दिया। यह व्यवहार उसके मानसिक दबाव और अपराधबोध की ओर भी इशारा करता है।
सोनम को जिस वाहन से शिलांग ले जाया जा रहा है, उसका नंबर BR-01PR-6242 है। यह वाहन बिहार के बक्सर से होते हुए अब पटना पहुंच चुका है। इस सफर में यूपी पुलिस ने राज्य की सीमा पार करवाकर बिहार पुलिस को सोनम की सुरक्षा और निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी। अब सोनम को पटना से कोलकाता फ्लाइट (शाम 3:55 बजे) के जरिए ले जाने की योजना है। इसके बाद वह गुवाहाटी और फिर शिलांग पहुंचेगी।
हत्या की साजिश: प्रेमी बना मास्टरमाइंड
मेघालय पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह हत्या एक पूर्वनियोजित साजिश थी, जिसमें सोनम और उसके प्रेमी राज कुशवाहा की प्रमुख भूमिका थी। पुलिस के मुताबिक, सोनम ने अपने प्रेमी के कहने पर चार कॉन्ट्रैक्ट किलर्स को शिलांग बुलाया और उन्हीं के जरिए अपने पति की हत्या करवाई। पुलिस ने इन चारों हत्यारों को भी गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। उनके बयान से कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
यह हत्या अचानक गुस्से में की गई कार्रवाई नहीं थी, बल्कि एक सुनियोजित क्राइम स्क्रिप्ट थी जिसमें तारीख, स्थान, समय और हत्यारे तक पहले से तय किए गए थे। प्रेमी राज ने दूर बैठकर हर चरण को निर्देशित किया और सोनम ने उस पर अमल किया।
फोन से बनी पूरी साजिश, राज कभी शिलांग नहीं आया
शिलांग पुलिस के मुताबिक, सोनम का प्रेमी राज कुशवाहा कभी भी शिलांग नहीं आया था। वह पूरी साजिश फोन के माध्यम से नियंत्रित कर रहा था। कॉल्स और चैट्स के जरिए उसने सोनम को हर दिशा-निर्देश दिया। सोनम को शिलांग भेजने का निर्णय भी राज का था। वहां सोनम ने पहले से मौजूद कॉन्ट्रैक्ट किलर्स से मुलाकात की और हत्या के लिए जगह, समय और प्रक्रिया तय की। पुलिस को मिले डिजिटल साक्ष्यों में दोनों के बीच हुई बातचीत इस पूरे षड्यंत्र का साफ खुलासा करती है।
पूरी हत्या की स्क्रिप्ट पहले से तय थी
इस मामले की जांच में यह बात स्पष्ट हो गई है कि राजा रघुवंशी की हत्या कोई आकस्मिक अपराध नहीं, बल्कि महीनों की तैयारी और सोच-विचार के बाद की गई क्रूर योजना थी। कब हत्या करनी है, किससे करनी है, कहां करनी है – यह सब पहले से तय था। यहां तक कि हत्या के बाद फरार होने की रणनीति भी बनाई गई थी। अब मेघालय पुलिस सोनम से पूछताछ कर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस साजिश की शुरुआत कहां से हुई, इसके पीछे कौन-कौन लोग थे और क्या राज कुशवाहा के अलावा कोई और व्यक्ति इस हत्याकांड में शामिल है।
अब पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती
सोनम अभी तक पूरी तरह से चुप है। उसके व्यवहार और मौन ने पुलिस की चिंता बढ़ा दी है। मेघालय पुलिस की सबसे बड़ी चुनौती अब यही है कि वह सोनम को बयान देने के लिए तैयार करे, ताकि पूरे मामले की कड़ियों को जोड़ा जा सके। हत्या में शामिल अन्य लोगों की भूमिका को उजागर करना और न्याय की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना अब पुलिस के लिए सबसे अहम कार्य बन गया है। यह मामला देशभर में चर्चा का विषय बन चुका है, जहां एक नई-नवेली दुल्हन पर पति की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगा है। आगे की पूछताछ और जांच से यह तय होगा कि इस रहस्य से पर्दा कब और कैसे उठेगा।