राहुल गांधी के 'लंगड़े घोड़े' वाले बयान पर बवाल, पैरा खिलाड़ियों ने भोपाल में जताया विरोध

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भोपाल में दिए गए बयान पर विवाद गहराता जा रहा है। हाल ही में राहुल गांधी ने भोपाल में अपना भाषण दिया था। इस दौरान उन्होंने 'लंगड़ा घोड़ा' शब्द का इस्तेमाल किया था। अब उनके इस बयान से दिव्यांग और पैरा एथलीट नाराज हैं। शुक्रवार (6 मई) को कई पैरा एथलीट और दिव्यांगजन मध्य प्रदेश के खेल मंत्री विश्वास सारंग के पास पहुंचे। उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ नारेबाजी की और ज्ञापन भी सौंपा। एथलीटों ने कहा कि राहुल गांधी का यह बयान अपमानजनक है। इससे उनकी भावनाएं आहत हुई हैं। 'राहुल गांधी ने दिव्यांगों का अपमान किया' पैरा एथलीटों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिव्यांग शब्द का इस्तेमाल कर हमारा सम्मान बढ़ाया है, लेकिन राहुल गांधी ने 'लंगड़ा घोड़ा' जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर दिव्यांगों का अपमान किया है। विश्वास सारंग ने राहुल गांधी पर हमला बोला खेल मंत्री विश्वास सारंग ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि राहुल गांधी ने अपने नेताओं की तुलना जानवरों से ही नहीं, बल्कि दिव्यांगों से कर दिव्यांगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा हमेशा से दिव्यांग खिलाड़ियों के प्रति संवेदनशील रही है। इस तरह के बयान कांग्रेस की असंवेदनशील सोच को दर्शाते हैं।
कांग्रेस की ओर से जीतू पटवारी ने दी सफाई
इस पूरे मामले पर कांग्रेस की ओर से भी सफाई आई है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने राहुल गांधी का बचाव करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने यह शब्द पुरानी कहावत के तौर पर कहा था। उनका इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था।
उन्होंने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि जब मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 'विकृत लोगों' जैसी भाषा का इस्तेमाल किया था, तब दिव्यांगों की रक्षा की जानी चाहिए थी। जीतू पटवारी ने कहा कि कांग्रेस दिव्यांगों का सम्मान करती है।