Samachar Nama
×

बिहार-छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश से जुड़ी बड़ी खबरें, नीतीश का बड़ा शिलान्यास, पारिवारिक हत्याएं और आस्था स्थलों पर भीड़

बिहार-छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश से जुड़ी बड़ी खबरें: नीतीश का बड़ा शिलान्यास, पारिवारिक हत्याएं और आस्था स्थलों पर भीड़

मंगलवार को बिहार, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश से सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक गतिविधियों की कई बड़ी खबरें सामने आईं। इन खबरों में जहां विकास परियोजनाओं की शुरुआत हुई, वहीं कुछ हृदयविदारक आपराधिक घटनाएं भी सुर्खियों में रहीं।

नीतीश कुमार ने किया ₹21,406 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना स्थित 'संकल्प' से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्रामीण कार्य विभाग की 11,346 सड़कों और 730 पुलों के निर्माण कार्यों का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं की कुल लागत ₹21,406.36 करोड़ है। सीएम ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी कार्य समयसीमा में पूरे हों, ताकि जनता को जल्द सुविधा मिले।

छत्तीसगढ़: पारिवारिक कलह और पाप का घिनौना चेहरा

छत्तीसगढ़ में दो दर्दनाक घटनाओं ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है।

  • बुरगुम थाना क्षेत्र के सरगीगुड़ा गांव में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की इसलिए हत्या कर दी क्योंकि उसने खाना देने से मना कर दिया था। आरोपी ने हत्या के बाद बेटी को खुद जाकर इसकी जानकारी दी, जिसकी शिकायत पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

  • वहीं, दीपका थाना क्षेत्र में एक सौतेले पिता ने नौ साल की बच्ची से दुष्कर्म किया। जब पड़ोसियों को इस घिनौनी हरकत की जानकारी हुई तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तत्काल आरोपी को गिरफ्तार कर पॉक्सो एक्ट के तहत जेल भेज दिया।

सावन में रायपुर के नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धा का सैलाब

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के मठपारा स्थित 15 फीट ऊंची नील रंग की महादेव प्रतिमा, जिन्हें नीलकंठेश्वर महादेव कहा जाता है, सावन के महीने में कावड़ियों का केंद्र बन गई है। पहले यह प्रतिमा खुले में थी, लेकिन अब इसे टीन शेड से ढंक दिया गया है, जिससे बारिश में क्षति से बचाया जा सके। श्रद्धालु कांवड़ में जल लाकर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करते हैं।

इंदौर: आठवीं बार देश में सफाई में बना नंबर-1

इंदौर शहर एक बार फिर स्वच्छता में शीर्ष पर रहा है। जनप्रतिनिधियों और अफसरों के बदलने के बावजूद शहर का सफाई सिस्टम अडिग है। रोजाना लगभग 5,000 सफाईकर्मी मैदान में डटे रहते हैं और 1,200 टन कचरा घरों से सीधे ट्रेंचिंग ग्राउंड तक पहुंचता है। डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन इंदौर की सफाई व्यवस्था की सबसे बड़ी ताकत है।

बुंदेलखंड में सांप के काटने से मौतें, अंधविश्वास बन रहा कारण

बुंदेलखंड क्षेत्र में बारिश के मौसम में जहरीले जीव-जंतुओं के काटने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। खासकर सर्पदंश के मामलों में कई जानें चली जाती हैं। इन मौतों की एक अहम वजह ग्रामीणों का झाड़फूंक जैसे अंधविश्वास पर विश्वास करना है, जिसके कारण समय पर इलाज नहीं हो पाता।

Share this story

Tags