
पर्यटन क्षेत्र लैंगा में इंदौर के राजा रघुवंशी की हत्या की गुत्थी पुलिस दो दिन बाद भी नहीं सुलझा पाई है। हत्या स्थानीय लोगों ने की या बाहरी लोगों ने, इसकी भी जांच की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि राजा की हत्या में इस्तेमाल किया गया धारदार हथियार (नारियल काटने वाला चाकू) नया है। यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि हत्या की योजना पहले से बनाई गई थी और इसके लिए हथियार खरीदा गया था। हत्या के बाद राजा के शव को गड्ढे में फेंक दिया गया। पुलिस ने शव मिलने वाली जगह की तलाशी ली। वहां से राजा का मोबाइल भी मिला, लेकिन दो अन्य मोबाइल सोमन के पास थे। वह अब तक नहीं मिले हैं। राजा का शव 11 दिन बाद सोमवार को मिला। मंगलवार को पोस्टमार्टम में हत्या की पुष्टि हुई। परिजन शव लेकर इंदौर रवाना हो गए, वे बुधवार शाम तक इंदौर पहुंच सकते हैं, लेकिन राजा की पत्नी सोनम का 12वें दिन भी पता नहीं चला। बुधवार सुबह शिलांग पुलिस ने फिर तलाश शुरू की। शिलांग के एसपी विवेक सिम ने बताया कि हनीमून मनाने शिलांग गए राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम 23 मई को लापता हो गए थे। पुलिस ने राजा की हत्या में इस्तेमाल हथियार भी जब्त कर लिया है। हत्या के पीछे किसका हाथ है, इसका पता लगाने के लिए जांच की जा रही है। स्थानीय लोगों से पूछताछ की जा रही है। इस बात की भी जांच की जा रही है कि हत्या किसी साजिश का हिस्सा तो नहीं थी और इसमें कोई बाहरी व्यक्ति तो शामिल नहीं था।