
इंदौर के बहुचर्चित कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड में पुलिस जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, हर रोज़ नए किरदार सामने आ रहे हैं। अब इस केस में एक नया नाम जुड़ा है – उजाला यादव। उजाला ने खुद दावा किया है कि उसने आरोपी सोनम रघुवंशी के साथ वाराणसी से गाजीपुर तक का सफर तय किया था।
कौन है उजाला यादव?
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उजाला यादव एक आम युवती है, जो संयोगवश सोनम रघुवंशी के साथ एक ही ट्रेन डिब्बे में यात्रा कर रही थी।
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उसने राजा रघुवंशी के भाई सचिन रघुवंशी को खुद फोन कर इस बारे में जानकारी दी, जिससे पुलिस और परिवार दोनों सकते में आ गए।
उजाला का दावा क्या है?
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उजाला ने कहा कि उसने सोनम को पहचाना, क्योंकि तब तक मीडिया में सोनम की तस्वीरें वायरल हो चुकी थीं।
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उसके अनुसार, सोनम काफी तनाव में थी, और उसने पूरे रास्ते खुद को छुपाए रखने की कोशिश की।
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यात्रा के दौरान सोनम के बर्ताव में असहजता और घबराहट साफ नजर आ रही थी, जिससे उसे शक हुआ।
पुलिस के लिए क्यों अहम है उजाला की गवाही?
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उजाला सोनम के मूवमेंट और लोकेशन की एक अहम गवाह बन सकती है।
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पुलिस इस बात की पुष्टि कर सकती है कि शिलॉन्ग से फरार होने के बाद सोनम किन रास्तों से होते हुए इंदौर तक पहुंची।
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यह जानकारी गहनों की बरामदगी, मोबाइल रिकॉर्ड्स, और सोनम के संपर्क में आए अन्य लोगों की पहचान में भी मदद करेगी।
सचिन रघुवंशी की प्रतिक्रिया
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राजा रघुवंशी के भाई सचिन ने उजाला की जानकारी को बेहद अहम बताया है और कहा कि वह अब इस मामले में पुलिस से अनुरोध करेंगे कि उजाला का बयान दर्ज किया जाए।
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उन्होंने कहा, "सोनम ने कितने चेहरों से मिलकर साजिश रची, यह अब धीरे-धीरे सामने आ रहा है।"
आगे क्या?
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पुलिस उजाला यादव को एक महत्वपूर्ण गवाह मानकर पूछताछ कर सकती है।
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ट्रेन टिकट और CCTV फुटेज के जरिए भी इस दावे की क्रॉस-वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
यह खुलासा अब न सिर्फ सोनम की फरारी की कड़ी को जोड़ने में मदद करेगा, बल्कि यह भी साबित कर सकता है कि उसकी योजना काफी पहले से तैयार थी और वह रास्ते में कई लोगों से संपर्क में थी या संपर्क से बच रही थी।