
बारिश का मौसम शुरू होते ही दमोह जिले के जंगली झरने और झील पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गए हैं। हर साल इस दौरान बड़ी संख्या में लोग इन प्राकृतिक खूबसूरती का आनंद लेने के लिए इन स्थानों पर पहुंचते हैं। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में इन स्थलों पर हादसों की घटनाएं भी बढ़ी हैं, जिसके कारण प्रशासन ने अब कुछ कठोर कदम उठाए हैं।
तेंदूखेड़ा एसडीएम सौरभ गंधर्व ने पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक आदेश जारी किया है। इस आदेश के तहत, अब पर्यटक झरनों और झीलों के पास केवल 50 मीटर की दूरी तक ही जा सकेंगे। इससे झरनों के पास होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने की कोशिश की जाएगी।
एसडीएम गंधर्व ने कहा कि पिछले वर्षों में कई दुर्घटनाएं घटी हैं, जहां पर्यटकों ने सुरक्षा नियमों की अनदेखी कर झरनों के करीब जाने की कोशिश की और कई बार गहरे पानी में फंसने या गिरने के कारण जान की हानि हुई। इस लिए अब नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह कदम पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और इन प्राकृतिक स्थानों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से उठाया गया है। स्थानीय प्रशासन की यह पहल पर्यटकों को एक सुरक्षित अनुभव देने के लिए है, ताकि वे इन खूबसूरत स्थलों का आनंद लेने के साथ-साथ सुरक्षित भी रह सकें।