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मुनकटिया में भूस्खलन से केदारनाथ यात्रा रोकी गई, 40 से अधिक यात्री फंसे, रेस्क्यू जारी

मुनकटिया में भूस्खलन से केदारनाथ यात्रा रोकी गई, 40 से अधिक यात्री फंसे, रेस्क्यू जारी

उत्तराखंड में भीषण बारिश और भूस्खलन ने एक बार फिर केदारनाथ यात्रा पर ब्रेक लगा दिया है। बीती रात लगभग 9 बजे से शुरू हुई मूसलधार बारिश के बाद सोनप्रयाग-गौरीकुंड मार्ग पर मुनकटिया क्षेत्र में बड़ा भूस्खलन हुआ, जिससे यात्रा मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया।

स्थानीय प्रशासन ने एहतियातन केदारनाथ धाम यात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया है, और यात्रियों को आगे बढ़ने से मना किया गया है।

🧭 40 से ज्यादा तीर्थयात्री रास्ते में फंसे

प्रशासन के अनुसार, भूस्खलन के कारण करीब 40 से अधिक यात्री मार्ग के बीचोंबीच फंस गए हैं। इन यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और डीडीआरएफ की संयुक्त टीमें राहत और बचाव अभियान में लगी हुई हैं।

हालात की गंभीरता को देखते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन रातभर चलाया गया, और आज सुबह से भारी मशीनों के माध्यम से मलबा हटाने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।

🚧 मध्य प्रदेश के श्रद्धालु सोनप्रयाग में रोके गए

प्रशासन ने स्थिति को संभालने के लिए सोनप्रयाग में मध्य प्रदेश के रतलाम सहित आसपास के जिलों से आए श्रद्धालुओं को अस्थायी रूप से रोक दिया है। इन्हें तब तक आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा जब तक कि रास्ता पूरी तरह साफ नहीं हो जाता और मौसम अनुकूल नहीं हो जाता।

🌧️ मौसम विभाग की चेतावनी जारी

मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई जिलों में अगले 48 घंटों तक भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विशेषकर चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और पौड़ी गढ़वाल जिलों में लैंडस्लाइड और बादल फटने जैसी घटनाओं की आशंका बनी हुई है।

यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा की योजना बनाते समय मौसम और प्रशासन की एडवाइजरी का पालन करें।

🗣️ प्रशासन ने की अपील

केदारनाथ यात्रा नियंत्रक और जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग ने अपील की है:

"स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। रेस्क्यू कार्य जारी है और जल्द ही सभी फंसे यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया जाएगा। श्रद्धालु अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल अधिकृत माध्यमों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ही यात्रा करें।"

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