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जबलपुर की आशा कार्यकर्ता को साइबर ठगों ने गहनों के झांसे में फंसाया, 4 लाख की ठगी के बाद खुद कराया 'अपहरण', अब मांग रहे फिरौती

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देशभर में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन जबलपुर से सामने आई यह घटना इस अपराध के एक नए और खौफनाक रूप को सामने लाती है। यहां के बरगी क्षेत्र की एक आशा कार्यकर्ता को ठगों ने पहले महंगे गहनों के लालच में फंसाया, फिर 4 लाख रुपये की ठगी कर डाली। ठग यहीं नहीं रुके – उन्होंने महिला को मानसिक रूप से इतना डराया और प्रभावित किया कि वह घर छोड़कर दिल्ली चली गई, और वहां अपने अपहरण का नाटक रचते हुए वीडियो तक बना डाले।

अब वही ठग उन वीडियो का इस्तेमाल कर आशा कार्यकर्ता के परिवार को धमका रहे हैं, उन्हें हत्या की धमकी दे रहे हैं और फिरौती की मांग कर रहे हैं।

कैसे रचा गया ठगी और मानसिक शोषण का जाल?

पीड़िता जबलपुर के बरगी क्षेत्र की एक आशा कार्यकर्ता है। उसे एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर संपर्क कर महंगे गहनों के सस्ते दाम पर मिलने का झांसा दिया। बातचीत बढ़ी और आरोपी ने विश्वास जीतकर धीरे-धीरे 4 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए।

पैसे लेने के बाद ठग ने उसे धमकाना शुरू कर दिया। महिला मानसिक रूप से टूट गई, उसे डराया गया कि अगर वह पुलिस से शिकायत करेगी तो उसके निजी फोटो और वीडियो वायरल कर दिए जाएंगे।

दिल्ली पहुंची महिला, बनाया अपहरण का वीडियो

मनःस्थिति बिगड़ने के कारण महिला ने घर छोड़ दिया और दिल्ली चली गई। वहीं ठगों के निर्देश पर उसने खुद के अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी, और उसका वीडियो बनाकर खुद भेजा।

उसने यह वीडियो एक कमरे में बनाकर ठग को भेजा। अब ठग उसी वीडियो को उसके परिवार को भेजकर 'अपहरण' की पुष्टि का दावा कर रहे हैं। परिजनों से कहा गया कि अगर महिला को सही-सलामत वापस पाना है तो मुश्किल में डाले गए पैसे के बदले फिरौती की रकम चुकानी होगी।

परिवार और पुलिस की चिंता बढ़ी

आशा कार्यकर्ता के परिवार को जब यह वीडियो मिला, तो उन्होंने बरगी थाने में शिकायत दर्ज कराई।

पुलिस जांच में सामने आया कि यह पूरी साजिश एक साइबर गैंग द्वारा रची गई है, जो लोगों को पहले आर्थिक तौर पर और फिर मानसिक तौर पर निशाना बनाते हैं।

पुलिस अधिकारी ने बताया – "महिला फिलहाल दिल्ली में है और हमारी टीम उससे संपर्क कर रही है। प्रारंभिक जांच में यह पूरा मामला साइबर अपराध और मानसिक शोषण का प्रतीत होता है। साइबर सेल की मदद से आरोपियों की तलाश की जा रही है।"

बढ़ती साइबर ठगी का नया चेहरा

यह मामला साइबर अपराध के बढ़ते हुए और खतरनाक रूप की तरफ इशारा करता है, जहां अब केवल पैसे की ठगी नहीं, बल्कि मानसिक शोषण और ब्लैकमेलिंग भी शामिल है।

सतर्क रहें, साइबर फ्रॉड से बचें:

  • अनजान नंबर या सोशल मीडिया संपर्क से सतर्क रहें।

  • किसी भी स्कीम या ऑफर में व्यक्तिगत जानकारी और पैसे न दें।

  • डर या धमकी मिलने पर तुरंत साइबर सेल (टोल फ्री नंबर 1930) से संपर्क करें।

यह घटना सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि समाज को जागरूक करने की चेतावनी है – साइबर जाल में न उलझें, सतर्क रहें।

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