देश के सबसे स्वच्छ शहर का खिताब एक बार फिर मध्य प्रदेश के इंदौर शहर ने अपने नाम कर लिया है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 के नतीजे गुरुवार को घोषित किए गए, जिसमें इंदौर लगातार आठवीं बार देश का नंबर-1 स्वच्छ शहर बना है। यह ऐतिहासिक उपलब्धि इंदौर के नागरिकों, नगर निगम प्रशासन और सफाई कर्मचारियों की सतत मेहनत और संकल्प का प्रमाण है।
दिल्ली में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इंदौर नगर निगम को स्वच्छता का सर्वोच्च सम्मान प्रदान किया। इस मौके पर इंदौर के महापौर, नगर आयुक्त और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में पूरे प्रदेश में खुशी और गर्व की लहर दौड़ गई।
स्वच्छता रैंकिंग में दूसरे स्थान पर गुजरात का सूरत और तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र का नवी मुंबई रहा। वहीं, देश की सबसे स्वच्छ राजधानी के रूप में मध्य प्रदेश की भोपाल को चुना गया है, जिसने एक बार फिर राज्य को गौरवान्वित किया।
इंदौर की सफलता के पीछे कारण
इंदौर नगर निगम की टीम ने इस मुकाम को हासिल करने के लिए घर-घर कचरा संग्रहण, सूखा-गीला कचरा पृथक्करण, कचरे से खाद और बायो गैस उत्पादन, 100% डोर टू डोर कलेक्शन, सार्वजनिक शौचालयों की सफाई, और जन जागरूकता अभियानों को प्राथमिकता दी। साथ ही तकनीक और नवाचार का भी बेहतरीन उपयोग किया गया।
इंदौरवासियों ने भी प्रशासन के प्रयासों में पूरा सहयोग दिया। नागरिकों की भागीदारी ने इस सफाई अभियान को जन आंदोलन का रूप दिया। हर गली, मोहल्ला और वार्ड में स्वच्छता को लेकर प्रतिस्पर्धा और जागरूकता देखने को मिली।
मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की बधाई
इंदौर की इस शानदार उपलब्धि पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौरवासियों को बधाई देते हुए कहा कि यह हर मध्य प्रदेशवासी के लिए गर्व का क्षण है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से इंदौर को बधाई देते हुए कहा कि यह सफलता भारत की स्वच्छता क्रांति को मजबूत करती है।
भोपाल ने भी दिल जीता
इंदौर के साथ ही भोपाल को भी देश की सबसे स्वच्छ राजधानी घोषित किया गया है। भोपाल की प्रशासनिक योजनाओं और जनसहभागिता की सराहना की गई, जिससे यह खिताब संभव हो सका।
निष्कर्ष:
इंदौर की यह लगातार आठवीं सफलता न केवल राज्य बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा है। स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर ने एक मानक स्थापित कर दिया है, जिससे अन्य शहर भी सीख लेकर अपने स्तर पर सफाई को प्राथमिकता दे सकते हैं। यह पुरस्कार केवल एक शहर को नहीं, बल्कि पूरे देश को एक सकारात्मक दिशा में प्रेरित करता है।

