ग्वालियर-भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस पर पथराव की घटनाएं जारी, यात्रियों में दहशत

मध्य प्रदेश में ग्वालियर और भोपाल के बीच चलने वाली शताब्दी एक्सप्रेस पर पथराव की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। पिछले पांच दिनों में यह पथराव की पांचवीं घटना है, जो यात्रियों और रेलवे प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गई है। ताजा मामला भोपाल से दिल्ली जा रही शताब्दी एक्सप्रेस का है, जिस पर एक बार फिर से ललितपुर से झांसी के बीच पथराव हुआ।
घटना की जानकारी के अनुसार, अज्ञात बदमाशों ने ट्रेन के C6 कोच पर पत्थर बरसाए, जिसके चलते कोच की खिड़की का कांच टूट गया। इस घटना के बाद कोच में बैठे यात्रियों के बीच अफरा-तफरी का माहौल फैल गया, और यात्रियों में भय की स्थिति पैदा हो गई। शताब्दी एक्सप्रेस की रफ्तार तेज थी, और पथराव से यात्रियों को शारीरिक और मानसिक आघात भी हो सकता था।
पथराव की घटनाओं का बढ़ना रेलवे और सुरक्षा अधिकारियों के लिए चिंता का कारण बन चुका है। इससे न सिर्फ यात्रियों की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है, बल्कि रेलवे की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। रेलवे प्रशासन और सुरक्षा बलों को इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
रेलवे प्रशासन ने घटना के बाद पुलिस को सूचना दी और ट्रेन को सुरक्षा जांच के लिए रोकने का निर्णय लिया। इसके अलावा, रेलवे ने सुरक्षा बढ़ाने के लिए ट्रेन में सीसीटीवी कैमरे और पुलिस बल की तैनाती की बात की है। अधिकारियों के मुताबिक, इस प्रकार की घटनाओं में शामिल बदमाशों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी, ताकि आगे से इस तरह के अपराधों को रोका जा सके।
यात्री संघों और आम नागरिकों ने इस पथराव की घटनाओं पर गहरी चिंता जताई है। यात्री संघों ने रेलवे प्रशासन से मांग की है कि पथराव की घटनाओं को रोकने के लिए विशेष सुरक्षा प्रबंध किए जाएं और ट्रेन में यात्रा करने वाले लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए। यात्रियों का कहना है कि ट्रेन की सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाए जाने चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।