हेमंत खंडेलवाल बने एमपी बीजेपी के नए प्रदेशाध्यक्ष, सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स कम होने पर यूजर ने दिया जमीन से जुड़ने का संदेश
मध्यप्रदेश बीजेपी को नया प्रदेशाध्यक्ष मिल गया है। बैतूल से विधायक हेमंत खंडेलवाल को पार्टी ने प्रदेश का नया अध्यक्ष चुना है। अध्यक्ष पद के लिए उनका सिर्फ एक ही नामांकन जमा हुआ था, जिससे यह तय हो गया कि वे निर्विरोध रूप से चुने गए हैं। हालांकि, पार्टी की ओर से इसका आधिकारिक ऐलान अभी बाकी है, लेकिन बुधवार तक औपचारिक घोषणा हो जाने की संभावना है।
हेमंत खंडेलवाल की नियुक्ति को जहां राजनीतिक और सांगठनिक दृष्टि से अहम माना जा रहा है, वहीं सोशल मीडिया पर उनकी कम मौजूदगी को लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है।
सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स सिर्फ 4 हजार, यूजर ने दी सलाह
बीजेपी के नए प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर महज 4 हजार फॉलोअर्स हैं।
इस तथ्य को लेकर सोशल मीडिया पर हलचल मच गई, जब एक यूजर सौरभ गुप्ता ने इस पर कमेंट करते हुए लिखा:
“हेमंत खंडेलवाल जी की प्रोफाइल देखकर नेताओं को समझ लेना चाहिए कि फॉलोअर्स नहीं, जमीन पर काम करने से पहचान बनती है।”
इस ट्वीट को कई यूजर्स ने रीट्वीट और लाइक किया, जिससे यह सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया।
हेमंत खंडेलवाल की छवि
हेमंत खंडेलवाल को शांत, मृदुभाषी और संगठननिष्ठ नेता के रूप में जाना जाता है।
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वे बैतूल से विधायक हैं और उनके पिता हर्षवर्धन खंडेलवाल भी पूर्व सांसद रह चुके हैं।
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पार्टी में उनका लंबा योगदान रहा है, लेकिन वे ग्लैमर या सोशल मीडिया प्रचार से दूर रहते हैं।
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उनकी जमीन से जुड़ी कार्यशैली को ही शायद पार्टी नेतृत्व ने प्रमुखता दी है।
क्या है इसका संदेश?
इस घटनाक्रम से यह संदेश साफ है कि राजनीति में सिर्फ सोशल मीडिया एक्टिविटी ही सब कुछ नहीं होती।
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हेमंत खंडेलवाल जैसे नेता मौन रहकर भी संगठन में गहरी पकड़ रखते हैं।
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भाजपा नेतृत्व ने एक बार फिर यह दिखाया है कि वह परफॉर्मेंस और संगठनात्मक क्षमता को प्राथमिकता देता है, न कि सिर्फ डिजिटल छवि को।

