Samachar Nama
×

गणेश चतुर्थी पर सीहोर का चिंतामन गणेश मंदिर भक्तिमय माहौल में सराबोर

गणेश चतुर्थी पर सीहोर का चिंतामन गणेश मंदिर भक्तिमय माहौल में सराबोर

गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर बुधवार को सीहोर स्थित प्रसिद्ध चिंतामन गणेश मंदिर में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। अल सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गई थीं। दूर-दराज़ से आए भक्त गणपति बप्पा के दर्शन और पूजन-अर्चन के लिए मंदिर परिसर पहुंचे।

मंदिर प्रांगण में भजन-कीर्तन की मधुर गूंज और "गणपति बप्पा मोरया" के जयघोष से वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया। दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता था। मंदिर के मुख्य द्वार से लेकर गर्भगृह तक भक्तों की भीड़ लगातार उमड़ती रही।

विशेष विधि-विधान से हुई महाआरती

दोपहर 12 बजे विशेष विधि-विधान के साथ महाआरती का आयोजन किया गया। इसमें न केवल सीहोर जिले के भक्तों ने हिस्सा लिया बल्कि भोपाल, इंदौर, विदिशा, राजगढ़ और रायसेन से भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। आस्था और उत्साह का अद्भुत संगम देखने को मिला, जब पूरा मंदिर परिसर दीपों की रोशनी और भक्तों की जयकारों से गूंज उठा।

पंडितों और पुजारियों द्वारा मंत्रोच्चारण के बीच गणेशजी की आराधना की गई। भक्तों ने पुष्प अर्पित किए, प्रसाद चढ़ाया और मनोकामना पूर्ति की प्रार्थना की। महाआरती के दौरान भक्तों का हुजूम इस कदर बढ़ गया कि मंदिर प्रबंधन को भीड़ नियंत्रित करने के लिए विशेष इंतज़ाम करने पड़े।

श्रद्धालुओं की उमंग और भक्ति

भक्तों का कहना था कि गणेश चतुर्थी पर चिंतामन गणेश मंदिर में दर्शन का महत्व अत्यधिक है। इस दिन गणपति बप्पा के दर्शन मात्र से जीवन की सभी विघ्न-बाधाएँ दूर हो जाती हैं। कई श्रद्धालु परिवार सहित सुबह से ही कतार में लगे रहे और आरती में सम्मिलित होकर स्वयं को धन्य महसूस किया।

प्रशासन की ओर से विशेष व्यवस्था

श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने भी विशेष इंतज़ाम किए। मंदिर परिसर और आसपास सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने भी मेडिकल टीम और प्राथमिक उपचार केंद्र की व्यवस्था की। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पेयजल, छाया और पार्किंग की व्यवस्था भी की गई।

उत्सव में रंग घोलते सांस्कृतिक कार्यक्रम

मंदिर प्रांगण में आयोजित भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने भी भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बच्चों और युवाओं ने गणेश वंदना प्रस्तुत की, वहीं महिलाओं के मंडलों ने पारंपरिक भजनों से माहौल को और भी पावन बना दिया।

भक्तिमय उल्लास का केंद्र बना सीहोर

गणेश चतुर्थी पर चिंतामन गणेश मंदिर सिर्फ पूजा-अर्चना का स्थल नहीं रहा, बल्कि यह भक्ति और उत्सव का केंद्र बन गया। जिले के साथ-साथ अन्य जिलों से आए भक्तों ने इस आयोजन को और भव्य बना दिया।

श्रद्धा और आस्था से ओत-प्रोत यह आयोजन देर रात तक चलता रहा और हर तरफ गणपति बप्पा मोरया के जयकारे गूंजते रहे।

Share this story

Tags