
मध्य प्रदेश के खंडवा जिले से एक बड़ी घटना सामने आई है, जहां इलाज में लापरवाही के चलते एक डॉक्टर पर एफआईआर दर्ज किया गया है। मामला एक निजी अस्पताल से जुड़ा हुआ है, जहां डॉक्टर पर आरोप है कि उन्होंने एक महिला के इलाज के दौरान गंभीर लापरवाही बरती, जिसके परिणामस्वरूप महिला को अपने दोनों पैर गंवाने पड़े और अंततः उसकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब एक महिला को गंभीर स्थिति में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टर द्वारा लापरवाही बरतने के कारण महिला के दोनों पैर काटने पड़े, लेकिन इसके बावजूद उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। महिला की मौत के बाद उसके परिवारवालों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने अस्पताल में तोड़फोड़ शुरू कर दी। परिजनों का आरोप था कि डॉक्टर की लापरवाही की वजह से उनकी प्रियजन की जान चली गई।
गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया और डॉक्टर पर केस दर्ज करने की मांग की। इसके बाद, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। मंगलवार देर शाम पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग से मिली जांच रिपोर्ट के आधार पर डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और अस्पताल के कर्मचारियों तथा डॉक्टर से पूछताछ शुरू कर दी है। मामले की विस्तृत जांच के बाद पुलिस ने यह स्पष्ट किया कि अगर जांच में डॉक्टर की लापरवाही साबित होती है, तो उसे कड़ी सजा दिलाने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग ने भी इस मामले में अपनी जांच रिपोर्ट पुलिस को सौंप दी है, जिसमें डॉक्टर की लापरवाही को लेकर गंभीर सवाल उठाए गए हैं। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगर डॉक्टर की लापरवाही साबित होती है, तो उसे अस्पताल में प्रैक्टिस करने से भी रोक दिया जाएगा।
इस घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं में गुणवत्ता और चिकित्सकों की जिम्मेदारी पर सवाल खड़ा कर दिया है। क्षेत्रीय जनता का कहना है कि डॉक्टरों को अपनी पेशेवर जिम्मेदारियों के प्रति अधिक सचेत और संवेदनशील होना चाहिए, ताकि इस तरह की दुखद घटनाओं से बचा जा सके। महिला के परिवार की ओर से न्याय की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन जारी है, और सभी की नजरें अब पुलिस की जांच पर टिकी हुई हैं।