उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग ने टीजीटी परीक्षा को लेकर सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों पर विराम लगाते हुए आधिकारिक स्पष्टीकरण जारी किया है।
दरअसल, एक फर्जी नोटिस तेजी से वायरल हो रहा था, जिसमें यह दावा किया जा रहा था कि टीजीटी परीक्षा इसलिए स्थगित कर दी गई है क्योंकि परीक्षा तिथि पर आयोग की अध्यक्ष महोदया के सुपौत्र का मुंडन संस्कार निर्धारित है।
आयोग ने इस नोटिस को पूरी तरह झूठा, भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण बताया है। साथ ही स्पष्ट किया है कि परीक्षा पूर्व निर्धारित तिथि पर ही आयोजित की जाएगी और किसी प्रकार की स्थगन की बात निराधार है।
अधिकारियों ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे ऐसी अफवाहों से बचें और केवल आयोग की आधिकारिक वेबसाइट व विश्वसनीय स्रोतों से ही सूचना प्राप्त करें। इस प्रकार की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई है।
मुख्य बिंदु:
-
टीजीटी परीक्षा स्थगन की खबर फर्जी
-
अध्यक्ष के सुपौत्र के मुंडन का हवाला देकर फैलाया जा रहा था झूठ
-
आयोग ने जारी किया आधिकारिक खंडन
-
परीक्षा पूर्व निर्धारित तिथि पर ही होगी
-
अफवाह फैलाने वालों पर हो सकती है कानूनी कार्रवाई

