महाकाल मंदिर में भस्म आरती के नाम पर श्रद्धालु के साथ ठगी, पुलिस में शिकायत दर्ज

विश्वप्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की आस्था के साथ एक बार फिर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। दिल्ली से उज्जैन पहुंचे एक दर्शनार्थी के साथ भस्म आरती अनुमति के नाम पर ठगी की गई। ठग ने ऑनलाइन दो हजार रुपये लेकर न सिर्फ आरती की अनुमति नहीं दिलाई, बल्कि पैसे लेते ही मोबाइल फोन बंद कर फरार हो गया।
पीड़ित श्रद्धालु ने महाकाल मंदिर कार्यालय और स्थानीय पुलिस थाने में इस धोखाधड़ी की लिखित शिकायत दर्ज कराई है। मंदिर प्रशासन और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
क्या है पूरा मामला?
दिल्ली निवासी दर्शनार्थी उज्जैन आकर बुधवार सुबह महाकालेश्वर मंदिर की प्रसिद्ध भस्म आरती में शामिल होना चाहता था। तभी मंदिर परिसर के पास एक युवक से उसकी बातचीत हुई, जिसने खुद को "आरती परमिशन दिलवाने वाला" बताकर परिचय दिया। युवक ने कहा कि वह आसानी से भस्म आरती की अनुमति दिला सकता है, लेकिन इसके लिए उसे ₹2000 की फीस देनी होगी।
आस्था से प्रेरित होकर दर्शनार्थी ने तुरंत ही ऑनलाइन भुगतान कर दिया। भुगतान के कुछ समय बाद युवक अचानक गायब हो गया और उसका मोबाइल नंबर भी स्विच ऑफ आने लगा। जब काफी देर तक संपर्क नहीं हो पाया, तब पीड़ित को ठगी का एहसास हुआ।
मंदिर कार्यालय और पुलिस को दी शिकायत
दर्शनार्थी ने तुरंत महाकाल मंदिर कार्यालय पहुंचकर पूरी घटना की जानकारी दी और फिर पुलिस थाने जाकर लिखित शिकायत दी। शिकायत में पीड़ित ने युवक का हुलिया, मोबाइल नंबर और ट्रांजैक्शन डिटेल भी साझा की है।
पुलिस ने आईपीसी की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और मोबाइल नंबर के आधार पर युवक की तलाश शुरू कर दी गई है। साथ ही, मंदिर क्षेत्र में लगे सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है।
भस्म आरती को लेकर बढ़ रही ठगी की घटनाएं
महाकाल मंदिर की भस्म आरती दुनियाभर में प्रसिद्ध है और इसे देखने के लिए हर दिन हजारों श्रद्धालु उज्जैन पहुंचते हैं। इसका फायदा उठाकर कुछ असामाजिक तत्व फर्जी एजेंट बनकर श्रद्धालुओं को ठगने में लगे हुए हैं।
यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की घटना सामने आई हो। इससे पहले भी भस्म आरती के नाम पर ऑनलाइन ठगी के कई मामले उज्जैन में सामने आ चुके हैं, जिनमें कुछ मामलों में पुलिस ने गिरफ्तारी भी की थी।
मंदिर प्रशासन की अपील
मंदिर समिति और प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि भस्म आरती की अनुमति केवल आधिकारिक वेबसाइट या मंदिर कार्यालय से ही प्राप्त करें। किसी भी अनजान व्यक्ति को पैसे न दें और संदिग्ध गतिविधि दिखने पर तुरंत पुलिस या सुरक्षा कर्मियों को सूचित करें।