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अंबेडकर जयंती पर DJ बजाने पर हुआ विवाद, दलित युवक की गोली मारकर हत्या, चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात

अंबेडकर जयंती पर DJ बजाने पर हुआ विवाद, दलित युवक की गोली मारकर हत्या, चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात

मध्य प्रदेश के मुरैना में अंबेडकर जयंती रैली के दौरान डीजे बजाने को लेकर हुए विवाद में युवक की हत्या के मामले में राजनीति शुरू हो गई है। इस घटना को लेकर पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व सीएम कमल नाथ ने राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। जीतू पटवारी ने मृतक दलित संजय के पिता चिम्बन सिंह से वीडियो कॉल पर बात की। पटवारी ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे भाजपा सरकार की दलित विरोधी मानसिकता का जीता जागता सबूत बताया है। उन्होंने कहा कि यह कोई अकेली घटना नहीं है बल्कि भाजपा शासन में दलितों पर लगातार हो रहे अत्याचारों की खतरनाक प्रवृत्ति का हिस्सा है।

भाजपा सरकार में दलित सुरक्षित नहीं हैं।
कमल नाथ ने ट्विटर पर पोस्ट किया कि कल रात मुरैना के हिंगो खुर्द गांव में अंबेडकर जयंती के जुलूस पर गोलीबारी की गई और दलित समुदाय के एक युवक संजय पिप्पल की मौत हो गई तथा एक अन्य युवक घायल हो गया। इस घटना से एक बार फिर पता चलता है कि भाजपा सरकार में दलित सुरक्षित नहीं हैं। भाजपा सरकार में दलित, बाबा साहब अंबेडकर की जयंती पर खुशी से जुलूस भी नहीं निकाल सकते। कमल नाथ ने आगे लिखा कि भाजपा की मानसिकता दलित विरोधी है और भाजपा दलितों पर अत्याचार करने वालों को संरक्षण देती है। उसी दिन बेटमा, महुना में एक दलित दूल्हे की बारात को मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया गया। ये सारी घटनाएं बता रही हैं कि भाजपा बाबा साहब द्वारा बनाए गए संविधान के अनुसार सरकार नहीं चलाना चाहती और दलित समाज पर अत्याचार करना चाहती है।

देश भर में दलितों पर बढ़ते अत्याचार
पटवारी ने अपने आरोपों के समर्थन में केंद्र सरकार के आधिकारिक आंकड़ों का भी हवाला दिया और कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट (2022) के अनुसार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र ऐसे पांच राज्य हैं जहां भाजपा या उसके सहयोगी सत्ता में थे, जहां सबसे अधिक अपराध दर्ज किए गए। दलितों पर अत्याचार के मामले में मध्य प्रदेश तीसरे स्थान पर है। वर्ष 2022 में अनुसूचित जाति समुदाय के खिलाफ अत्याचार के 3,876 मामले सामने आए। अनुसूचित जाति समुदाय के विरुद्ध अपराधों में 4.2% की वृद्धि हुई है। भारत में हर दिन दलितों के विरुद्ध औसतन 58 अपराध घटित होते हैं। लेकिन मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। 2021 में मध्य प्रदेश के सागर जिले में रोहित नाम के एक दलित युवक की इसलिए हत्या कर दी गई क्योंकि उसने "उच्च जाति" के लोगों के सामने बैठने की हिम्मत की थी। 2023 में छतरपुर जिले में एक दलित छात्र की स्कूल में पिटाई कर दी गई क्योंकि उसने 'उच्च जाति' के छात्रों के साथ दोपहर का भोजन किया था। कांग्रेस के दलित नेता और राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता टीकाराम जूली के मंदिर में दर्शन के बाद भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा द्वारा मंदिर के 'शुद्धिकरण' की घटना ने भी भाजपा की दलित विरोधी विचारधारा को उजागर किया।

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