मंदिर की जमीन पर मस्जिद निर्माण के दावे से बवाल, कलेक्टर की पोस्ट पर मचा विवाद, SDM हटाए गए
मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले के रांझी क्षेत्र स्थित मढ़ई गांव में स्थित गायत्री मंदिर की जमीन पर मस्जिद होने के दावे को लेकर हिंदूवादी संगठनों ने जोरदार प्रदर्शन किया। मामला उस वक्त और भड़क गया जब जबलपुर कलेक्टर की फेसबुक पोस्ट में मस्जिद निर्माण से जुड़ी जानकारी साझा की गई। इसके बाद विवाद ने और तूल पकड़ लिया।
कलेक्टर की पोस्ट को लेकर नाराज हिंदू संगठनों ने हंगामा करते हुए कलेक्टर का प्रतीकात्मक 'अर्थी जुलूस' तक निकाल डाला। माहौल को बिगड़ता देख मुख्यमंत्री ने तत्काल जांच कमेटी गठित करने का आश्वासन दिया और SDM को पद से हटा दिया गया है।
क्या है मामला?
मढ़ई स्थित गायत्री मंदिर की जमीन पर हाल ही में एक पुरानी मस्जिद संरचना की मरम्मत और निर्माण को लेकर गतिविधियां देखी गईं। स्थानीय हिंदू संगठनों ने दावा किया कि यह भूमि मंदिर ट्रस्ट की संपत्ति है, और इस पर मस्जिद का निर्माण अवैध और धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला है।
जब यह मुद्दा तूल पकड़ने लगा, तो जबलपुर कलेक्टर ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर एक पोस्ट साझा की, जिसमें मस्जिद निर्माण के बारे में कानूनी स्थिति और दस्तावेजी जानकारी दी गई थी। इसी पोस्ट को लेकर हिंदू संगठनों ने कलेक्टर पर एकतरफा पक्ष लेने का आरोप लगाया।
विरोध-प्रदर्शन और बढ़ता तनाव
कलेक्टर की पोस्ट के बाद रांझी क्षेत्र में तनाव फैल गया। विश्व हिंदू परिषद (VHP), बजरंग दल और अन्य हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए कलेक्टर के खिलाफ नारेबाजी की और अर्थी जुलूस निकाला।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि जिला प्रशासन मंदिर की जमीन को कब्जा कराकर वहां धार्मिक असंतुलन पैदा करने की कोशिश कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
बढ़ते तनाव को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूरे प्रकरण की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी गठित करने का निर्देश दिया है। साथ ही एसडीएम को तत्काल प्रभाव से पद से हटाने का भी आदेश जारी किया गया है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि
"धार्मिक स्थलों से जुड़े किसी भी विवाद को पूरी निष्पक्षता और संवेदनशीलता से सुलझाया जाएगा। कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"

