
मुख्यमंत्री का यह बयान सामने आने पर कमलनाथ ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि शिवराज जी, सुना है आपने छिंदवाड़ा में कहा कि आप मेरा अंत करना चाहते हैं। अंत तो एक दिन सबका होना है, कोई अमर होकर नहीं आया है। लेकिन मेरी तो एक ही इच्छा है कि जिस छिंदवाड़ा की पवित्र भूमि की मैं पिछले 44 साल से सेवा कर रहा हूं और जिस मध्यप्रदेश की माटी ने मुझे सेवा करने का मौका दिया है, उसी की सेवा में अपना जीवन अर्पित कर दूं।
उन्होंने आगे कहा, मैं आपकी इस दुर्भावना का बुरा नहीं मानता। महात्मा गांधी की कांग्रेस पार्टी ने मुझे यही संस्कार दिए हैं। लेकिन छिंदवाड़ा और मध्य प्रदेश का बच्चा-बच्चा जानता है कि खरीद-फरोख्त की सत्ता ने आपको मदांध कर दिया है। विनाश काले, विपरीत बुद्धि। ईश्वर आपको दीघार्यु दे और सद्बुद्धि भी।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अजय सिंह यादव ने मुख्यमंत्री के बयान की निंदा करते हुए कहा, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान अपनी असफलताओं की बौखलाहट में घबराकर मर्यादा भूलते जा रहे हैं। जिस प्रकार से कमल नाथ के लिए अंत करने एवं गाड़ने जैसी बात कर रहे हैं यह उनके मानसिक दिवालियापन को प्रदर्शित करती है। प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता एवं कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता कमलनाथ के साथ खड़ा है। शिवराज सिंह के घोर निंदनीय बर्ताव का प्रदेश की जनता आठ महीने बाद मतदान के रूप में जवाब देगी। भाजपा के नेताओं की अमर्यादित बौखलाहट प्रदेश की जनता देख रही है। जनता शिवराज सिंह चौहान एवं भाजपा को उखाड़ फेंकेगी।
--आईएएनएस
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