सीएम मोहन यादव ने बाबा महाकाल की नगरी में साधा आध्यात्मिक संगम, नृसिंह घाट पर डुबकी लगाकर किया सूर्य अर्घ्य
प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक बार फिर श्रद्धा और आस्था की मिसाल पेश करते हुए शनिवार को उज्जैन में बाबा महाकाल का भस्म आरती में दर्शन कर आशीर्वाद लिया। इसके बाद वे नृसिंह घाट पहुंचे, जहां उन्होंने पहले तैराकी का आनंद लिया, फिर “जय श्री नृसिंह” और “हर हर मां शिप्रा” के उद्घोष करते हुए पवित्र शिप्रा नदी में डुबकी लगाई। मुख्यमंत्री ने धार्मिक परंपराओं का पालन करते हुए सूर्य भगवान को अर्घ्य भी अर्पित किया, और भगवान शिव का पंचामृत अभिषेक कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
भस्म आरती में हुआ दिव्य अनुभव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सुबह-सुबह बाबा महाकाल की भस्म आरती में भाग लिया, जहां मंत्रोच्चार और भक्ति से ओतप्रोत वातावरण में उन्होंने महाकालेश्वर के दिव्य स्वरूप के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना भी की। उज्जैन स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती एक अलौकिक अनुभव मानी जाती है, और यह मुख्यमंत्री के लिए भी एक धार्मिक और भावनात्मक क्षण था।
शिप्रा नदी में डुबकी और सूर्य को अर्घ्य
भस्म आरती के बाद मुख्यमंत्री नृसिंह घाट पहुंचे। वहां उन्होंने पहले घाट के किनारे बैठकर कुछ पल शांत ध्यान किया, फिर घाट में उतरकर तैराकी का आनंद लिया। इसके बाद उन्होंने श्रद्धाभाव से शिप्रा नदी में डुबकी लगाई और सूर्य भगवान को जल अर्पित कर जीवन में उजाला और ऊर्जा की कामना की।
मुख्यमंत्री ने कहा, “मां शिप्रा मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर हैं। यहां आकर आत्मिक शांति मिलती है और यह तीर्थ क्षेत्र हमारी आस्था का केंद्र है।”
भगवान शिव का पंचामृत अभिषेक
घाट पर पूजा-पाठ के बाद मुख्यमंत्री ने एक मंदिर में पहुंचकर भगवान शिव का पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी और गंगाजल) से अभिषेक किया। उन्होंने प्रदेशवासियों की समृद्धि, शांति और स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की। पुजारियों ने उन्हें विधिवत पूजा करवाई और आशीर्वाद प्रदान किया।
धार्मिक पर्यटन को मिल रहा बढ़ावा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का यह दौरा केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहन देने की दिशा में भी एक कदम है। उज्जैन, ओंकारेश्वर, अमरकंटक जैसे स्थलों को स्मार्ट तीर्थ परियोजना से जोड़ा जा रहा है, जिससे श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।

