पचमढ़ी में कैबिनेट बैठक कल, सीएम 33.88 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 3 जून को नर्मदापुरम जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल पचमढ़ी आएंगे। इस अवसर पर वे राज्य मंत्रिमंडल की विशेष बैठक लेंगे और पर्यटन एवं अन्य विभागों से संबंधित 33.88 करोड़ रुपये के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास करेंगे। पचमढ़ी में प्रस्तावित कैबिनेट बैठक में राज्य सरकार कई महत्वपूर्ण निर्णय ले सकती है। इस बैठक में पचमढ़ी के पूर्व सामंत राजा भभूत सिंह की स्मृति में प्रतिमा स्थापित करने का प्रस्ताव विचाराधीन है। साथ ही नर्मदाचल क्षेत्र में किसी संस्थान का नामकरण राजा भभूत सिंह के नाम पर करने की संभावना भी जताई जा रही है। सरकार का उद्देश्य राजा भभूत सिंह की वीरता और योगदान को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाना है। उनके सम्मान में लिया गया यह निर्णय न केवल स्थानीय गौरव को बढ़ावा देगा बल्कि क्षेत्रीय इतिहास को भी संरक्षित करने का काम करेगा। बता दें कि मार्च 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में पचमढ़ी में कैबिनेट की बैठक हुई थी। अब एक बार फिर इसी स्थान पर कैबिनेट की बैठक होने जा रही है। मुख्यमंत्री देंगे ये सौगातें
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जटाशंकर और पांडव गुफा में पिंक टॉयलेट लाउंज- 19 लाख रुपए की लागत, जयस्तंभ क्षेत्र में सड़क निर्माण- 10 करोड़ रुपए की लागत, धूपगढ़ जलापूर्ति योजना- 60 लाख रुपए की लागत, पचमढ़ी प्रवेश द्वार- 35 लाख रुपए की लागत, सतपुड़ा रिट्रीट में रसोई, रेस्टोरेंट और स्विमिंग पूल- 1.35 करोड़ रुपए की लागत का लोकार्पण करेंगे।
21.39 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का शिलान्यास करेंगे
साथ ही 21.39 करोड़ रुपए की लागत की 6 नई परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इसमें हांडी खो में पर्यटक सुविधाएं- 1.98 करोड़ रुपए की लागत, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में बुनियादी सुविधाओं का विकास- 2.13 करोड़ रुपए, पहाड़ी पर बने बंगले को होमस्टे में बदलने- 1.50 करोड़ रुपए की लागत शामिल है। 6.70 करोड़, एमआईसीई सामुदायिक केंद्र का निर्माण-9.90 करोड़, सेंट्रल नर्सरी का निर्माण-34 लाख।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों की मौजूदगी को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। 900 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। डीएसपी संतोष मिश्रा के अनुसार सदिया से पचमढ़ी तक पूरे रूट पर सुरक्षा और यातायात व्यवस्था सख्त रहेगी। मंत्रियों के आवागमन के लिए तय रूट पर विशेष सतर्कता बरती जाएगी।