बीआरटीएस की बस रैलिंग हटा नहीं पाए, नई सड़क की लाइटिंग के लिए जारी कर दिए टेंडर

कोर्ट ने दो महीने पहले इंदौर में बीआरटीएस हटाने की अनुमति दी थी। अभी तक केवल 500 मीटर रेलिंग हटाई गई है, लेकिन अधिकारियों ने नए बीआरटीएस रोड के लिए डिवाइडर और लाइटिंग के लिए टेंडर जारी कर दिए हैं। अब नगर निगम 11 किलोमीटर लंबी नई सड़क पर करोड़ों रुपए खर्च करने की तैयारी कर रहा है। दूसरी ओर, बीआरटीएस बस संचालन के लिए अभी तक कोई एजेंसी तैयार नहीं हुई है।
इसके निर्माण पर 250 करोड़ रुपये की लागत आई है और निगम ने इसे गिराने के लिए टेंडर भी जारी कर दिया है। बस लेन को अभी तोड़ा नहीं गया है, लेकिन उससे पहले डिवाइडर और सेंट्रल लाइटिंग के लिए टेंडर आमंत्रित कर दिए गए हैं। नगर निगम इस परियोजना पर 11 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है।
बीआरटीएस बस लेन को हटाने के बाद नगर निगम वहां सेंट्रल लाइट लगाएगा। इसके अलावा एक डिवाइडर भी बनाया जाएगा। इसके लिए टेंडर जारी हो चुके हैं, लेकिन सवाल यह है कि लोक निर्माण विभाग बीआरटीएस चौराहों पर पुल बनाएगा या नहीं। इसके कारण जंक्शन के आसपास के डिवाइडर और सेंट्रल लाइटें हटानी पड़ सकती हैं।
इस संबंध में लोक निर्माण समिति के प्रभारी राजेंद्र राठौड़ ने बताया कि पुल निर्माण के दौरान डिवाइडर को फिर से तोड़ा जा सकता है। इस कारण से निविदा को संशोधित किया गया है। इंदौर में निरंजनपुर चौराहा और भंवरकुआ चौराहा पर पुल का काम पूरा हो गया है। वहां बस लेन का एक बड़ा हिस्सा ध्वस्त हो गया है। नगर निगम ने बीएटीएस जंक्शन पर पुल के निर्माण के लिए व्यवहार्यता सर्वेक्षण भी कराया है। अगले वर्ष तक तीन चौराहों पर पुलों का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।