गुना के स्कूल की जर्जर हालत पर सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लिया संज्ञान, दिए तत्काल सुधार के निर्देश
गुना जिले के बमोरी विकासखंड अंतर्गत ग्राम सांगई स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय, मारकी महू की जर्जर स्थिति और टपरे के नीचे चल रही कक्षाओं की तस्वीरें जब सार्वजनिक हुईं, तो उन्होंने जिले में शिक्षा व्यवस्था की हकीकत को उजागर कर दिया। जैसे ही यह मामला केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री तथा स्थानीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के संज्ञान में आया, उन्होंने तत्काल कार्रवाई के निर्देश देते हुए स्कूल की दशा सुधारने के लिए संबंधित अधिकारियों को सख्त आदेश दिए।
टपरे के नीचे बैठ पढ़ते थे बच्चे
मारकी महू विद्यालय की हालत बेहद दयनीय है—
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बच्चों को जर्जर टपरे के नीचे बैठकर पढ़ाई करनी पड़ रही थी
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न तो पक्की छत है, न ही पर्याप्त फर्नीचर
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बारिश के दिनों में कक्षाएं ठप हो जाती थीं
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बच्चों की संख्या घटती जा रही थी, अभिभावकों में असंतोष था
यह स्थिति महीनों से चली आ रही थी, लेकिन स्थानीय प्रशासन की अनदेखी से स्थिति जस की तस बनी रही।
सिंधिया ने जताई नाराज़गी, दिए तत्काल आदेश
जैसे ही यह खबर सोशल मीडिया और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से ज्योतिरादित्य सिंधिया तक पहुंची—
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उन्होंने तुरंत इस मामले को गंभीरता से लिया
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संबंधित विभाग के अधिकारियों को स्कूल भवन की मरम्मत और पुनर्निर्माण की दिशा में तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए
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सिंधिया ने स्पष्ट कहा कि—
“शिक्षा का अधिकार हर बच्चे का मौलिक अधिकार है। ऐसे हालात बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।”
अधिकारियों की टीम ने किया निरीक्षण
सांसद के निर्देशों के बाद:
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शिक्षा विभाग, लोक निर्माण विभाग और पंचायत अधिकारियों की टीम ने विद्यालय का निरीक्षण किया
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भवन निर्माण की संभावनाओं पर रिपोर्ट तैयार की जा रही है
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अस्थायी व्यवस्था के तहत बच्चों को नजदीकी स्कूलों में शिफ्ट करने की योजना पर भी विचार किया जा रहा है
स्थानीय लोगों में सिंधिया के प्रति आभार
गांववासियों और अभिभावकों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया का आभार जताया है—
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उनका कहना है कि पहली बार किसी बड़े जनप्रतिनिधि ने हमारी आवाज सुनी
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उम्मीद जताई जा रही है कि अब बच्चों को एक सुरक्षित और सम्मानजनक पढ़ाई का माहौल मिलेगा

