भोपाल पुलिस कंट्रोल रूम में महिला ने फिनाइल पीकर की आत्महत्या की कोशिश, बच्चों के अपहरण और शोषण का लगाया गंभीर आरोप

मंगलवार को भोपाल स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक महिला ने फिनाइल पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की। यह घटना दोपहर करीब 12 बजे जनसुनवाई के दौरान हुई, जब कई लोग अपनी शिकायतें लेकर कंट्रोल रूम पहुंचे थे।
महिला के मुताबिक, चार साल पहले दिल्ली के एक व्यापारी और उसके साथी ने उसके बच्चों का अपहरण कर लिया था, और दिल्ली ले जाकर उनके साथ अमानवीय हरकतें और शोषण किया गया। महिला ने कहा कि वह इस मामले में पिछले कई वर्षों से न्याय के लिए भटक रही है, लेकिन अब तक उसे न तो कोई उचित कार्रवाई मिली और न ही सुरक्षा।
फिनाइल पीते ही मची अफरा-तफरी
जैसे ही महिला ने जनसुनवाई कक्ष में फिनाइल की शीशी निकाली और पीना शुरू किया, वहां मौजूद पुलिसकर्मी और अन्य लोग तुरंत हरकत में आए।
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पुलिसकर्मियों ने तुरंत महिला से शीशी छीनी और उसे अस्पताल पहुंचाया।
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महिला को हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
महिला ने लगाए गंभीर आरोप
महिला ने पत्रकारों और पुलिस अधिकारियों के सामने अपना दर्द साझा करते हुए बताया:
“चार साल पहले मेरे बच्चों को दिल्ली ले जाया गया। वहां एक व्यापारी और उसके साथी ने उनका शारीरिक शोषण किया। जब मैंने आवाज उठाई, तो मुझे धमकाया गया। कई बार थाने और अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।”
पुलिस का बयान
भोपाल पुलिस के अधिकारियों ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा:
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“महिला ने जनसुनवाई के दौरान आत्महत्या की कोशिश की थी। उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।”
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“उसके लगाए गए आरोपों की जांच की जा रही है। महिला के बयान दर्ज किए जाएंगे और पूरे मामले की विधिवत जांच की जाएगी।”
सवालों के घेरे में व्यवस्था
इस घटना ने एक बार फिर पुलिस और प्रशासन की जनसुनवाई व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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एक महिला जो वर्षों से अपने बच्चों के साथ हुए अन्याय की शिकायत कर रही थी, आखिर उसे आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाना पड़ा?
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क्या सिस्टम इतने समय तक उसे सुन नहीं सका?