कटनी में नकली नोटों का बड़ा रैकेट पकड़ा गया, एसटीएफ की छापेमारी में 1.56 लाख रुपये के नकली नोट बरामद
कुठला थाना क्षेत्र अंतर्गत बिलहरी चौकी के ग्राम बखड़ेरा में नकली नोटों के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। जबलपुर से पहुंची एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की टीम ने बीती रात गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए गांव में दबिश दी। इस दौरान टीम ने करीब 1 लाख 56 हजार रुपये के नकली नोट बरामद किए हैं, साथ ही नोट छापने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे अत्याधुनिक उपकरण भी जब्त किए गए हैं।
इस कार्रवाई के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। ग्रामीणों में इस बात की हैरानी है कि उनके ही बीच इस तरह का अवैध कारोबार चल रहा था, जिसकी भनक तक नहीं लगी। एसटीएफ अधिकारियों ने बताया कि इस रैकेट को बेहद सुनियोजित ढंग से ऑपरेट किया जा रहा था, और इसका नेटवर्क आसपास के जिलों तक फैला हो सकता है।
ऐसे हुआ खुलासा
सूत्रों के अनुसार, एसटीएफ को लंबे समय से नकली नोटों के प्रसार की सूचना मिल रही थी। कुछ संदिग्धों पर नजर रखी जा रही थी, और तकनीकी निगरानी के जरिए जैसे ही पुख्ता सबूत मिले, टीम ने देर रात ग्राम बखड़ेरा में छापा मारा। यहां एक घर में प्रिंटर, स्कैनर, कटिंग मशीन और विशेष प्रकार का पेपर मिला, जिसका उपयोग नकली नोट छापने में किया जा रहा था।
आरोपियों से पूछताछ जारी
छापेमारी के दौरान मौके से दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। प्रारंभिक पूछताछ में उन्होंने यह स्वीकार किया है कि वे लंबे समय से इस धंधे में शामिल हैं और नकली नोटों को बाजार में चलाने का प्रयास करते रहे हैं। पुलिस को शक है कि इनके तार किसी बड़े गिरोह से भी जुड़े हो सकते हैं।
क्षेत्रीय पुलिस भी हैरान
कटनी जिले की कुठला थाना पुलिस ने इस कार्रवाई में एसटीएफ को सहयोग प्रदान किया, लेकिन इस पूरे घटनाक्रम से स्थानीय पुलिस भी स्तब्ध है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्र में इस तरह का संगठित अपराध चल रहा था, यह गंभीर चिंता का विषय है। अब इस मामले को लेकर विस्तृत जांच शुरू की जा चुकी है।
नकली नोटों से सतर्क रहें
एसटीएफ ने आम जनता से अपील की है कि वे नकली नोटों को पहचानें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। नकली नोटों की पहचान के लिए प्रशिक्षण व जागरूकता अभियान भी चलाए जाएंगे।
यह कार्रवाई यह संकेत देती है कि नकली नोटों का धंधा अब सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित नहीं है, बल्कि छोटे गांवों तक भी इसकी पहुंच हो चुकी है। पुलिस और प्रशासन की सक्रियता से एक बड़ा अपराध नेटवर्क समय रहते उजागर हो गया है।

