झूठी दोस्ती से शुरू हुआ खौफनाक सफर, ओडिशा से तस्करी कर लाई गई आदिवासी लड़की को मध्य प्रदेश से किया गया बरामद
ओडिशा के जाजपुर ज़िले से मानव तस्करी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहाँ सुकिंदा क्रोमाइट घाटी की एक 17 वर्षीय आदिवासी लड़की को तस्करी करके मध्य प्रदेश ले जाया गया।वहाँ उसे एक व्यक्ति को बेच दिया गया। उसकी जबरन शादी करा दी गई। कालियापानी थाने में शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले का पर्दाफ़ाश किया।जानकारी के अनुसार, यह घटना करीब दो हफ़्ते पहले की है। परिजनों ने मंगलवार रात कालियापानी थाने में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई। पीड़िता के परिवार का आरोप है कि उसके एक दोस्त ने उसे मध्य प्रदेश घुमाने और तीर्थयात्रा पर ले जाने का लालच दिया।27 जुलाई को आरोपी अपनी बड़ी बहन के साथ पीड़िता को लेकर चला गया। परिवार को लगा कि वह किसी धार्मिक यात्रा पर है।
शिकायत के अनुसार, मध्य प्रदेश पहुँचते ही पीड़िता को एक ऐसे व्यक्ति को सौंप दिया गया जो उससे शादी करना चाहता था। अगले दिन पीड़िता ने घर पर फ़ोन करके बताया कि वह सुरक्षित है।लगभग दो हफ़्ते बाद, परिवार को पता चला कि उसकी शादी उसी व्यक्ति से हो गई है जिसने उसे पैसे देकर खरीदा था। पीड़िता के एक दोस्त को गाँव में उसकी शादी की तस्वीरें मिलीं।
शादी की तस्वीरें देखकर परिवार दंग रह गया
उन तस्वीरों को देखकर परिवार को यकीन हो गया कि उनकी बेटी की तस्करी हुई है। पुलिस ने पीड़िता के परिवार की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है।अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुप्रसन्ना मलिक ने कहा, "दोनों आरोपी बहनों से पुलिस पूछताछ कर रही है। हम दोषियों को पकड़ने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं।" फिलहाल, पीड़िता का पता लगाने और उसे सुरक्षित वापस लाने के प्रयास जारी हैं।
दादी ने अपनी पोती को सिर्फ़ 200 रुपये में बेच दिया
बता दें कि इसी साल मार्च में ओडिशा में एक 65 वर्षीय विधवा महिला ने अपनी पोती को सिर्फ़ 200 रुपये में बेच दिया था। पीड़िता सात साल की है। आरोपी महिला का नाम मंद सोरेन है।महिला के पति की मौत हो चुकी है। पीड़िता के पिता लंबे समय से लापता हैं। ऐसे में उसके पास गुज़ारा करने के लिए पैसे नहीं थे। इसलिए उसने पैसों के लिए अपनी पोती को बेच दिया।

