छिंदवाड़ा के दमुआ क्षेत्र में तालाब में डूबने से 14 वर्षीय किशोरी की मौत, गांव में शोक का माहौल

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के दमुआ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गुर्रेमऊ में सोमवार शाम एक दर्दनाक हादसे में 14 वर्षीय किशोरी की तालाब में डूबने से मौत हो गई। मृतका की पहचान ममता पिता मानक लाल बोसम के रूप में हुई है। इस हृदयविदारक घटना से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
नहाने गई थी तालाब, गहरे पानी में डूब गई
जानकारी के अनुसार, ममता शाम को गांव के पास स्थित एक तालाब में नहाने गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों और परिजनों के अनुसार, नहाते समय वह तालाब के गहरे हिस्से में चली गई, जहां से वह बाहर नहीं निकल सकी। काफी देर तक वापस न लौटने पर परिजनों को चिंता हुई और उसकी खोजबीन शुरू की गई।
कुछ ग्रामीणों ने तालाब किनारे उसके कपड़े देखे तो शंका और गहरी हो गई। ग्रामीणों की मदद से स्थानीय युवकों ने तालाब में खोजबीन शुरू की, जिसके बाद ममता का शव कुछ ही देर में पानी से बाहर निकाला गया।
सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
घटना की सूचना मिलते ही दमुआ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पंचनामा तैयार किया और पोस्टमार्टम के लिए स्थानीय अस्पताल भिजवा दिया। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में मामला दुर्घटनावश डूबने का प्रतीत हो रहा है, हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट होगी।
ग्रामीणों में शोक, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
ममता की असमय मौत से उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिवार की स्थिति अत्यंत दयनीय बताई जा रही है। गांव के लोग बड़ी संख्या में परिजनों को सांत्वना देने उनके घर पहुंचे। स्कूल में पढ़ने वाली इस किशोरी की मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया है।
प्रशासन से मदद की मांग
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि मृतका के परिजनों को आर्थिक सहायता और सरकारी राहत राशि प्रदान की जाए, ताकि इस कठिन समय में उन्हें कुछ सहारा मिल सके। साथ ही तालाब जैसे स्थानों पर चेतावनी बोर्ड और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने की अपील की गई है।
यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि गर्मी के मौसम में नदियों, तालाबों और जलाशयों में बिना सुरक्षा उपायों के नहाना कितना खतरनाक हो सकता है। प्रशासन और समाज दोनों को ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए जागरूकता और सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता देनी होगी।