
उन्होंने आगे कहा कि, इस हादसे की जांच होगी और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। घायलों का उपचार जारी है। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने सोमवार की देर रात को आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि, इस हादसे में मरने वालों की संख्या आठ है। इस अग्निकांड की जानकारी मिलते ही राहत और बचाव के लिए अग्निशमन दल, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के दल को बुलाया गया। राहत और बचाव दल ने हादसे का शिकार बने लेागों केा अस्पताल इमारत से बाहर निकाला। घायलों केा चिकित्सा महाविद्यालय उपचार के लिए भेजा गया है।
राहत और बचाव कार्य में लगे एनडीआरएफ के संजीव गुप्ता ने संवाददाताओं को बताया कि, सबसे ज्यादा नुकसान निचले तल और पहली मंजिल को हुआ है। जबलपुर के डीआईजी आर आर एस परिहार ने मीडिया को बताया कि इस हादसे में आठ लोगों की मौत हुई है , पुलिस जवानों ने लोगों को बचने के लिए अपनी जान को भी दाव पर लगा दिया और लोगों को सुरक्षित बहार निकल कर अस्पताल भेजा गया। अस्पताल में आग लगने से पहले बिजली गुल हो गई थी और जनरेटर चलाया गया था। आशंका है कि शॉर्ट के चलते ही आग लगी। इस अग्निकांड में अस्पताल की पूरी इमारत क्षतिग्रस्त हुई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि जबलपुर के न्यू लाइफ अस्पताल में आग से हुई दुर्घटना में अमूल्य जिंदगियों के असमय निधन के समाचार से ह्रदय दुख से भरा हुआ है।
मुख्यमंत्री ने दुख की इस घड़ी में शोकाकुल परिवार स्वयं को अकेला न समझें, मैं और संपूर्ण मध्यप्रदेश परिवार के साथ है। राज्य सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता प्रदान की जायेगी। घायलों के संपूर्ण इलाज का व्यय भी सरकार वहन करेगी। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि जबलपुर के एक निजी अस्पताल में आग लगने से कई लोगों की मौत होने और बहुत से लोगों के हताहत होने का समाचार प्राप्त हुआ है यह अत्यंत पीड़ा दायक घटना है।
--आईएएनएस
जबलपुर न्यूज डेस्क !!!
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