मध्य प्रदेश के रीवा शहर के चोरहटा थाना क्षेत्र के रौसर गांव में पुलिस कार्रवाई के बाद एक कमरे में बंद 100 से अधिक बकरियों की मौत हो गई। इस घटना के बाद व्यापारी भड़क गए और पुलिस पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया। घटना के संबंध में पुलिस ने बताया कि कार्रवाई के बाद जानवरों को एक बाड़े में रखा गया है। उनमें से कुछ की मृत्यु हो गई। पशुओं का पोस्टमार्टम करके मौत का कारण जानने का प्रयास किया जा रहा है।
पूरे मामले को लेकर व्यापारियों ने बताया कि चोरहटा पुलिस ने अतरिया बाईपास पर ट्रक को पकड़ा था। इसमें करीब 315 बकरियां और भेड़ें थीं, जिन्हें चोरहटा पुलिस थाने ले जाया गया। इसके बाद बकरियों के अवैध परिवहन को लेकर कार्रवाई की गई। प्रतिबंध के बावजूद रौसर गांव में बकरियों और भेड़ों को दो कमरों में बंद कर दिया गया था। जानवरों को लापरवाही से बंद कर दिया गया था। व्यापारियों ने बताया कि जब वे आज सुबह मौके पर पहुंचे तो उनकी 150 से अधिक बकरियां और भेड़ें मर चुकी थीं। व्यापारियों ने इस घटना के लिए चोरहटा थाना पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है।
पुलिस पर रिश्वत लेने का आरोप
व्यापारियों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनसे थाने में 20 हजार रुपये नकद और फोन-पे के जरिए 20 हजार रुपये लिये गये। जिसके बारे में व्यापारियों द्वारा जानकारी दी गई है। इस पूरे मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि 24 मार्च की रात पुलिस को सूचना मिली थी कि पशुओं को अवैध रूप से ले जाया जा रहा है। उनके साथ क्रूरतापूर्ण व्यवहार किया जा रहा है। जिसके बाद चोरहटा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ट्रक में लदी 315 बकरियों और भेड़ों को जब्त कर लिया और पशु क्रूरता समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
सौ से अधिक बकरियों की मौत से व्यापारी भड़के
जिन पशुओं को पकड़कर बाड़े में रखा गया था, उन्हें देखभाल के लिए किसी तीसरे व्यक्ति को सौंप दिया गया। सौ से अधिक पशुओं की मौत हो गई और पुलिस मृत पशुओं का पोस्टमार्टम कराकर मौत का कारण जानने की कोशिश कर रही है।