कौन हैं हेमंत खंडेलवाल जो बनेंगे MP बीजेपी के नए मुखिया, यहां जानिए 5 बड़ी वजह

हेमंत खंडेलवाल मध्य प्रदेश भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष होंगे। हालांकि अभी इसकी औपचारिक घोषणा होना बाकी है। बुधवार को इसकी औपचारिक घोषणा की जाएगी। आज खंडेलवाल ने भाजपा कार्यालय में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। बता दें कि खुद प्रदेश के सीएम मोहन यादव खंडेलवाल के प्रस्तावक बने और उनका नामांकन पत्र दाखिल किया। वहीं मौजूदा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी हेमंत खंडेलवाल का नामांकन पत्र दिया। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, वीरेंद्र कुमार खटीक, उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने भी हेमंत खंडेलवाल के पक्ष में नामांकन पत्र दिया।
ऐसे में अब खंडेलवाल का प्रदेश अध्यक्ष बनना तय है। अब सिर्फ आधिकारिक घोषणा बाकी है। भाजपा के लिए क्यों खास हैं खंडेलवाल? खबरों के मुताबिक हेमंत खंडेलवाल सत्ता और संगठन के बीच समन्वय बनाने के लिए भी जाने जाते हैं। बताया जाता है कि उनके राजनीतिक सफर की शुरुआत उनके पिता विजय कुमार खंडेलवाल की देखरेख में हुई। उनके पिता भी हमेशा भाजपा से जुड़े रहे। वे भाजपा के दिग्गज नेता थे। वर्ष 2007 में उनका निधन हो गया।
पिता ने सिखाई राजनीति की एबीसीडी
जानकारी के अनुसार, जब हेमंत खंडेलवाल ने बीकॉम एलएलबी की पढ़ाई पूरी की, तो वे अपने पिता के साथ राजनीति में सक्रिय हो गए। हेमंत खंडेलवाल के पिता विजय कुमार खंडेलवाल 1996 से 2004 तक लगातार चार बार बैतूल से सांसद रहे। बता दें कि विजय कुमार खंडेलवाल का वर्ष 2007 में निधन हो गया था। इसके बाद हेमंत खंडेलवाल ने पहली बार लोकसभा उपचुनाव में किस्मत आजमाई और सफलता हासिल की। इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के सुखदेव पांसे को भारी अंतर से हराया। इस जीत के साथ ही हेमंत खंडेलवाल पहली बार सांसद के तौर पर राजनीति में उतरे।
हेमंत खंडेलवाल बैतूल भाजपा के जिला अध्यक्ष भी थे
गौरतलब है कि वर्ष 2008 में परिसीमन के बाद बैतूल लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हो गई थी। इसके बाद पार्टी हाईकमान ने हेमंत खंडेलवाल को 2010 में बैतूल भाजपा का जिला अध्यक्ष बना दिया। आपको बता दें कि वर्ष 2013 में उन्होंने पहली बार भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में उन्हें जीत मिली थी। बताया जाता है कि तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें जो भी जिम्मेदारियां दी, उन्होंने बखूबी निभाया। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में हेमंत खंडेलवाल को हार का सामना करना पड़ा। हार के बाद भी वे पार्टी और संगठन के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते रहे।
वर्ष 2023 में दूसरी बार विधानसभा में
इसके बाद वर्ष 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में हेमंत खंडेलवाल दूसरी बार विधानसभा पहुंचे। कई राज्यों में हुए चुनावों में उन्हें पार्टी की ओर से बड़ी जिम्मेदारियां मिलीं, जिन्हें उन्होंने बखूबी निभाया।