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जिम्मेदारी की जलेबी! RCB-KCA या सरकार, बेंगलुरु भगदड़ का कौन जिम्मेदार? बेंगलुरु भगदड़ मामले पर बोले डीके शिवकुमार

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की आईपीएल जीत के जश्न के दौरान हुए भगदड़ कांड ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। इस दुखद घटना में 11 लोगों की मौत और कई के घायल होने के बाद राजनीतिक गलियारों से लेकर प्रशासन तक में हलचल मच गई...
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रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की आईपीएल जीत के जश्न के दौरान हुए भगदड़ कांड ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। इस दुखद घटना में 11 लोगों की मौत और कई के घायल होने के बाद राजनीतिक गलियारों से लेकर प्रशासन तक में हलचल मच गई है। अब इस मामले में कर्नाटक सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए जांच और कार्रवाई की प्रक्रिया तेज कर दी है। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं और एफआईआर दर्ज की गई है। साथ ही कई पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है और राजनीतिक सलाहकार तक को उनके पद से हटाया गया है। डीके शिवकुमार ने स्पष्ट कहा कि "सरकार ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया है और न्यायिक जांच जारी है।"

क्या बोले उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार?

शिवकुमार पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए बोले, "विपक्ष की मांग के अनुसार मुख्यमंत्री ने न्यायिक जांच की घोषणा की है। जांच जारी है, वित्तीय और प्रशासनिक स्तर पर भी इसकी समीक्षा की जा रही है। सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है और भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो, इसके लिए एक सख्त कार्य योजना लाई जाएगी।" उन्होंने कहा कि सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है और हरसंभव मदद दी जाएगी। उन्होंने इस मामले का राजनीतिकरण न करने की अपील भी की।

घटना का पूरा मामला क्या है?

यह हादसा तब हुआ जब बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हजारों की भीड़ आईपीएल की RCB टीम की जीत का जश्न मनाने जुटी थी। भीड़ पर काबू नहीं पाया जा सका और भगदड़ मच गई, जिससे 11 लोगों की जान चली गई। दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। इस घटना के बाद बेंगलुरु पुलिस आयुक्त सहित कई अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया। राजनीतिक सचिव को भी पद से हटा दिया गया, वहीं इंटेलिजेंस विभाग प्रमुख का तबादला कर दिया गया।

FIR में किन-किन पर कार्रवाई?

बेंगलुरु पुलिस ने इस भगदड़ मामले में RCB फ्रेंचाइज़ी, इवेंट मैनेजमेंट कंपनी डीएनए एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड, और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोप हैं:

  • गैर इरादतन हत्या

  • अवैध रूप से बड़ी संख्या में भीड़ इकट्ठा करना

  • सुरक्षा नियमों की अनदेखी

  • गंभीर लापरवाही

सीएम सिद्धारमैया का बीजेपी पर पलटवार

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस घटना को लेकर बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि "बीजेपी इस दुखद घटना का राजनीतिकरण कर रही है।" उनका बयान उस वक्त आया जब बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार ने पुलिस को बलि का बकरा बना दिया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कहा कि कांग्रेस सरकार सिर्फ तब ही कार्रवाई करती है जब उस पर जनदबाव पड़ता है

सरकार की संवेदना और प्रतिबद्धता

गुरुवार को एनडीटीवी से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, "हम इस दुख को शब्दों में बयान नहीं कर सकते। ये राज्य के लिए एक गहरी पीड़ा है। हम पीड़ित परिवारों से माफी मांगते हैं और हरसंभव सहयोग देंगे।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि "मैं इस मामले को राजनीति का मुद्दा नहीं बनाना चाहता, लेकिन जो जिम्मेदार हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।"

क्या आगे की कार्रवाई होगी?

सरकार ने संकेत दिए हैं कि भविष्य में ऐसे आयोजनों के लिए नए सुरक्षा नियम बनाए जाएंगे। साथ ही इवेंट ऑर्गनाइजर्स के लिए जवाबदेही तय की जाएगी। ये कार्य योजना जल्द ही राज्य कैबिनेट के समक्ष रखी जाएगी।

निष्कर्ष:

बेंगलुरु भगदड़ की घटना ने एक बार फिर यह दिखा दिया कि भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था में चूक कितना भारी नुकसान पहुंचा सकती है। कर्नाटक सरकार की सक्रियता और जांच की प्रक्रिया यह संकेत देती है कि प्रशासन इस बार कड़ी कार्रवाई के मूड में है। अब देखना होगा कि इस न्यायिक जांच से क्या निष्कर्ष निकलते हैं और दोषियों पर कब तक कार्रवाई होती है। फिलहाल, राज्य में इस घटना को लेकर शोक और सियासी गर्मी दोनों बरकरार हैं।

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