Samachar Nama
×

Bengaluru Traffic Jam 5 : नहीं देखा होगा ऐसा ट्रैफिक जाम, 5 घंटे जाम रहा पूरा बेंगलुरु शहर, सुबह स्कूल गए बच्चे रात को पहुंचे घर,सड़कों पर फंसे लोग

Bengaluru Traffic Jam 5 : जाम में फंसा बेंगलुरु, सुबह स्कूल को निकले हुए बच्चे रात को पहुंचे घर

कनार्टक न्यूज डेस्क !!! देश की आईटी सिटी कहे जाने वाले बेंगलुरु में बुधवार (27 सितंबर) शाम को इतना भीषण जाम लगा कि पूरा शहर थम गया। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सड़कों पर गाड़ियां इस कदर फंस गईं कि एक किलोमीटर का सफर पूरा करने में 2 घंटे लग गए. बच्चे रात 8-9 बजे स्कूल से घर लौट सकते हैं. सबसे बुरा जाम शहर के बाहरी इलाके में स्थित रिंग रोड पर था, जहां लोग 5 से 6 घंटे तक गाड़ियों में फंसे रहे.

घंटों तक गाड़ियों का शोर, धुएं की दुर्गंध और हंगामे ने ऐसा माहौल बना दिया था कि वहां फंसे लोगों के लिए मुसीबत बन गई थी. ट्रैफिक पुलिस के भी पसीने छूट गए। जाम के बीच कई लोग सोशल मीडिया पर ऑनलाइन आए और अपनी परेशानी बताई. लोगों ने प्रशासन पर भी अपना गुस्सा जाहिर किया. बेलंदूर का एक दृश्य सामने आया, जहां ट्रैफिक इतना खराब था कि फुटपाथ पर बाइकें दौड़ रही थीं और पैदल चलने वालों के लिए जगह नहीं बची थी.

पुलिस क्या कह रही है?

बेंगलुरु ट्रैफिक कमिश्नर आईपीएस एमएन अनुचेथ ने कहा कि वह अपनी टीम के साथ ओआरआर (आउटर रिंग रोड) पर थे। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक सामान्य से 2 गुना ज्यादा है. बुधवार को वाहनों की संख्या आमतौर पर डेढ़ से दो लाख रहती है. हालांकि, शाम 7:30 बजे तक यह संख्या बढ़कर 3.5 लाख हो गई. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि 28 अक्टूबर से 5 दिनों की लंबी वीक ऑफ मिलने वाली है. ऐसे में लोग छुट्टियां बिताने के लिए बेंगलुरु से निकल पड़े थे. भारी बारिश के कारण कई जगहों पर जलभराव भी ट्रैफिक जाम का कारण बना.

एक दक्षिण अफ़्रीकी स्टैंड अप कॉमेडियन को भी फंसाया गया था

साउथ अफ्रीका के स्टैंड-अप कॉमेडियन ट्रैवर नोवा भी आउटर रिंग रोड पर जाम में फंस गए. बेंगलुरु में उनका शो होना था लेकिन वह 30 मिनट तक जाम में फंसे रहे। पूर्णिमा नाम की एक ट्विटर यूजर ने ट्वीट किया कि उनकी एक एम्बुलेंस 20 मिनट तक फंसी रही। 15 किलोमीटर का सफर तय करने में 5 घंटे लगे हैं. आपको बता दें कि कर्नाटक में कावेरी नदी का पानी तमिलनाडु को दिए जाने के खिलाफ किसान संगठन ने बंद का ऐलान किया था. इस वजह से बुधवार को भी छुट्टी थी.

Share this story