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झारखंड में मूसलधार बारिश और बाढ़ से जनजीवन प्रभावित, सरकार ने तेज किए राहत कार्य

झारखंड में मूसलधार बारिश और बाढ़ से जनजीवन प्रभावित, सरकार ने तेज किए राहत कार्य

झारखंड के विभिन्न जिलों में लगातार हो रही मूसलधार बारिश और उसके चलते पैदा हुई बाढ़ जैसी स्थिति ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। नदी-नालों के उफान, ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव और सड़क संपर्क टूटने जैसी समस्याओं से लोग परेशान हैं। वहीं, इस आपदा की घड़ी में झारखंड सरकार ने संवेदनशील और सक्रिय रुख अपनाते हुए राहत कार्यों को तेज कर दिया है।

राज्य सरकार की ओर से प्रभावित जिलों में राहत व बचाव दल तैनात किए गए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें संवेदनशील इलाकों में भेजी गई हैं, जो जलमग्न गांवों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही हैं। प्रशासन ने कई स्थानों पर राहत शिविरों की स्थापना की है, जहां प्रभावित परिवारों को भोजन, पानी और प्राथमिक चिकित्सा जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन स्वयं हालात पर नजर बनाए हुए हैं और संबंधित जिला प्रशासन को हर संभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि, “राज्य सरकार इस आपदा की घड़ी में हर नागरिक के साथ खड़ी है। प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना, उन्हें राहत पहुंचाना और आवश्यक संसाधनों की आपूर्ति सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।”

बारिश के कारण सड़कें जलमग्न हो गई हैं, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप है और स्कूलों को एहतियातन बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने निचले इलाकों में रह रहे लोगों को सतर्क रहने और ऊंचे स्थानों पर जाने की अपील की है।

मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए अलर्ट जारी किया है और कुछ क्षेत्रों में और अधिक बारिश की चेतावनी दी है। इसके मद्देनज़र जिला प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है और नदी तटों के पास निगरानी बढ़ा दी गई है।

रांची, हजारीबाग, लोहरदगा, दुमका, चाईबासा, साहिबगंज सहित कई जिलों से नुकसान की खबरें सामने आई हैं, जहां खेतों में पानी भर जाने से फसलें बर्बाद हो रही हैं और ग्रामीण इलाकों में मवेशियों की जान पर भी खतरा बना हुआ है।

सरकार ने आपदा राहत कोष से त्वरित सहायता जारी करने का भी निर्देश दिया है। साथ ही, राजस्व विभाग को नुकसान का आंकलन कर मुआवजे की प्रक्रिया जल्द शुरू करने को कहा गया है।

इस बीच, सामाजिक संगठनों और स्वयंसेवकों की भी भूमिका सराहनीय रही है, जो सरकार के साथ मिलकर राहत कार्यों में सहयोग कर रहे हैं।

झारखंड सरकार का यह त्वरित और सक्रिय रुख यह दर्शाता है कि राज्य प्राकृतिक आपदा जैसी स्थिति में भी जनहित को सर्वोपरि मानते हुए कार्य कर रहा है। सरकार ने भरोसा दिलाया है कि जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते, राहत कार्य लगातार जारी रहेंगे।

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