11 जुलाई से शुरू होगा श्रावणी मेला, बाबा नगरी में गूंजेगा 'बम बम भोले', तैयारियों को अंतिम रूप

बाबा बैद्यनाथ की नगरी देवघर एक बार फिर श्रावण मास की भक्तिमय गूंज में रंगने को तैयार है। 11 जुलाई से श्रावणी मेला 2025 की शुभ शुरुआत हो रही है, जिसमें देशभर से लाखों श्रद्धालु बाबा के दर्शन और जलार्पण के लिए यहां पहुंचेंगे। जैसे-जैसे दिन नजदीक आ रहे हैं, शहर की रौनक बढ़ने लगी है और 'बम बम भोले' के जयकारों से माहौल भक्तिमय होता जा रहा है।
🛕 बाबा पर जलार्पण कर लेंगे आशीर्वाद
श्रावणी मेला के दौरान कांवरिया श्रद्धालु सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर करीब 105 किमी की कठिन पदयात्रा के बाद देवघर पहुंचते हैं और बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण कर अपनी मनोकामनाएं पूरी होने की प्रार्थना करते हैं।
इस वर्ष भी अनुमान है कि 1 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पूरे महीने भर इस यात्रा में शामिल होंगे। मंदिर परिसर को विशेष रूप से सजाया और व्यवस्थित किया गया है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
🧘♂️ यात्रा आराधना से जुड़ी हो, अव्यवस्था से नहीं
देवघर जिला प्रशासन, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन की संयुक्त तैयारी इस बात को सुनिश्चित करने में लगी है कि श्रद्धालुओं की यात्रा केवल आराधना और आस्था से जुड़ी हो, न कि अव्यवस्था और अव्यवधान से।
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लाइन व्यवस्था से लेकर पेयजल, मोबाइल टॉयलेट और मेडिकल टीमों की तैनाती सुनिश्चित की जा रही है।
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भीड़ नियंत्रण, CCTV निगरानी और हेल्प डेस्क की व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
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मंदिर प्रशासन ने ऑनलाइन दर्शन स्लॉट और टोकन सिस्टम को फिर से सक्रिय किया है।
🚨 सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
श्रावणी मेले के दौरान सुरक्षा के लिहाज से भी व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
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10 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी, जिसमें झारखंड पुलिस, रैपिड एक्शन फोर्स (RAF), NDRF और होम गार्ड्स शामिल होंगे।
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ड्रोन से निगरानी, मेला क्षेत्र में 30 से अधिक सीसीटीवी कैमरे, और महिला सुरक्षा हेतु शक्ति टीम की तैनाती होगी।
🌃 देवघर की गलियों में फिर लौटेगी रौनक
श्रावणी मेले के साथ ही देवघर के बाजार, होटलों और धर्मशालाओं में चहल-पहल शुरू हो गई है।
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स्थानीय दुकानदारों ने विशेष कांवरिया वस्त्र, पूजा सामग्री और प्रसाद की स्टॉलें सजानी शुरू कर दी हैं।
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स्थानीय कलाकारों और सांस्कृतिक मंचों पर धार्मिक प्रस्तुतियों की भी योजना है, जो पूरे माह भक्तों का मन मोहेंगी।