
झारखंड के धनबाद जिले के सदर अस्पताल में संस्थागत प्रसव बढ़ाने के प्रयास के तहत अस्पताल प्रबंधन ने सहियाओं को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने इलाके की गर्भवती महिलाओं को अस्पताल लाएं। इसके तहत काफी संख्या में सहिया महिलाओं को लेकर अस्पताल पहुंचीं।
लेकिन अस्पताल में भारी भीड़ और व्यवस्था की कमी के कारण गर्भवती महिलाओं को बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। भारी संख्या में महिलाओं के आने से प्रसव कक्ष और अन्य संबंधित विभागों में व्यवस्था चरमरा गई, जिससे इलाज और देखभाल में देरी हुई।
इस वजह से गर्भवती महिलाओं को असुविधा हुई और उनके साथ आए परिजन भी चिंतित रहे। इस घटना ने अस्पताल में संसाधनों की कमी और बेहतर प्रबंधन की आवश्यकता को उजागर किया है।
अस्पताल प्रशासन को चाहिए कि वह संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के साथ-साथ बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी कदम उठाए, ताकि माताओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।