झारखंड में मॉनसून की बारिश से उत्पन्न स्थिति पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का अलर्ट, उपायुक्तों से की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग

झारखंड में मॉनसून की दस्तक के साथ ही भारी बारिश ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में उत्पन्न स्थिति को गंभीर बना दिया है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को झारखंड मंत्रालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के उपायुक्तों से संवाद किया। उन्होंने अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया और राज्य में जल जमाव, क्षतिग्रस्त सड़कें, पुलों के टूटने, और फसलों के नुकसान जैसी समस्याओं को प्राथमिकता से सुलझाने की अपील की।
मुख्यमंत्री का अलर्ट मोड में रहने का निर्देश:
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सभी उपायुक्तों से कहा कि वे मॉनसून की स्थिति पर नज़र रखें और तुरंत राहत कार्य शुरू करें। उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि वे इस समय अलर्ट मोड में रहें और किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें। उन्होंने जल-जमाव और बाढ़ जैसी स्थितियों को तुरंत सुलझाने की बात की, ताकि लोगों को किसी भी तरह की परेशानी न हो।
तत्काल प्रभावी कार्रवाई के लिए निर्देश:
मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में जल-जमाव, क्षतिग्रस्त सड़कों, पुलों की मरम्मत, और फसलों के नुकसान को लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसी समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाए, ताकि लोगों को जल्द से जल्द राहत मिल सके। मुख्यमंत्री ने इस दौरान अधिकारियों को राहत सामग्री और चिकित्सा सहायता भेजने के साथ-साथ क्षेत्रीय निगरानी की व्यवस्था भी मजबूत करने के निर्देश दिए।
फसलों के नुकसान पर नजर:
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने किसानों को होने वाले फसल नुकसान पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने सभी उपायुक्तों से कहा कि वे किसानों को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं और फसल सर्वेक्षण का काम जल्द शुरू करें ताकि कृषि क्षेत्र में किसी प्रकार के नुकसान का तुरंत आकलन किया जा सके।
राज्य में मॉनसून की स्थिति:
झारखंड में मॉनसून की भारी बारिश के बाद कई इलाकों में जल-जमाव की स्थिति बन गई है, और कई गांवों और शहरों की सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। नदी और नालों का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह से सक्रिय रहे और बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में जल्द से जल्द राहत पहुंचाई जाए।