हजारीबाग में अपराधियों ने कोयला ट्रांसपोर्टिंग एजेंसी के वाहनों को आग लगाई, लेवी न मिलने पर हमला

झारखंड के हजारीबाग जिले में अपराधियों ने एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। सोमवार रात को कोयला ट्रांसपोर्टिंग सड़क बना रही एक एजेंसी के वाहनों को आग लगा दी। यह घटना जिले के एक प्रमुख निर्माण स्थल पर हुई, जहां अपराधियों ने दो जेसीबी मशीनों, दो हाईवा ट्रकों, एक ग्रेडर मशीन, एक पानी के टैंकर और एक जनरेटर को पूरी तरह से जला दिया।
पुलिस के अनुसार, यह घटना लेवी (जबरन वसूली) की मांग पूरी न होने के कारण की गई है। अपराधियों ने निर्माण एजेंसी से वसूली की कोशिश की थी, लेकिन जब उनकी मांग पूरी नहीं हुई, तो उन्होंने इस तरह की जघन्य वारदात को अंजाम दिया। अपराधियों ने रात के अंधेरे का फायदा उठाते हुए इन सभी वाहनों को आग के हवाले कर दिया, जिससे करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ।
स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने घटना स्थल से साक्ष्य जुटाए हैं और आस-पास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में अपराधियों की पहचान के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं और जल्दी ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
स्थानीय निवासी और निर्माण स्थल पर काम करने वाले श्रमिकों ने बताया कि आग लगने से पहले कई बार अपराधी निर्माण एजेंसी से पैसे की मांग कर चुके थे, लेकिन एजेंसी ने उनकी मांगों को नजरअंदाज कर दिया था। इस घटना के बाद से इलाके में डर और भय का माहौल बन गया है, और लोग पुलिस से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।
हजारीबाग के एसपी ने इस घटना पर सख्त नाराजगी जताई और कहा कि अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि इलाके में गश्त बढ़ाई गई है और पुलिस टीम द्वारा इन अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
यह घटना एक बार फिर से झारखंड में बढ़ते अपराध और जबरन वसूली के मामलों की गंभीरता को उजागर करती है। राज्य में कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जहां अपराधी लेवी की मांग पूरी न होने पर इस तरह की हिंसक घटनाओं को अंजाम देते हैं। पुलिस अब इस मामले को लेकर सख्त कार्रवाई करने का दावा कर रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर काबू पाया जा सके।