झारखंड में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, मंत्री इरफान अंसारी ने राहत कार्य में सहयोग की अपील की

झारखंड में लगातार हो रही भारी बारिश ने कई जिलों में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। स्थिति को देखते हुए राज्य के स्वास्थ्य, खाद्य आपूर्ति एवं आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने सभी मंत्रियों, विधायकों और प्रशासनिक अधिकारियों से त्वरित राहत कार्य में सक्रिय सहयोग देने की अपील की है।
राज्य के कई इलाकों में सड़कें जलमग्न, नदी-नाले उफान पर, और बिजली-पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है। कई गांवों में पानी घुस जाने के कारण लोग घरों से बाहर निकलने को मजबूर हैं।
मंत्री डॉ. अंसारी की अपील
डॉ. इरफान अंसारी ने कहा,
"झारखंड के कुछ जिले बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं। ऐसे समय में हम सभी जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि राहत और बचाव कार्यों में पूरी गंभीरता से हिस्सा लें। जनता की सुरक्षा और राहत प्राथमिकता होनी चाहिए।"
उन्होंने जिलों में तैनात आपदा प्रबंधन दलों को सतर्क रहने और एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के साथ तालमेल बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए हैं।
कहां-कहां ज्यादा असर?
जानकारी के अनुसार, रांची, गिरिडीह, चाईबासा, दुमका, साहिबगंज, लोहरदगा, गढ़वा और पूर्वी सिंहभूम जिलों में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। कई ग्रामीण इलाकों में संपर्क मार्ग कट गए हैं, जिससे राहत सामग्री पहुंचाने में कठिनाई आ रही है।
स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित
डॉ. अंसारी ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया है कि प्रत्येक जिला अस्पताल में इमरजेंसी टीम तैनात रहे, और संभावित बीमारियों जैसे जलजनित संक्रमण, डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए औषधि भंडारण व चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराई जाए।
राहत शिविरों की स्थापना
प्रभावित इलाकों में राहत शिविरों की स्थापना का निर्देश दिया गया है, जहां जरूरतमंदों को भोजन, पानी, दवाइयां और रहने की अस्थायी व्यवस्था प्रदान की जा रही है।
मंत्री ने खुद किया निरीक्षण
सूत्रों के अनुसार, डॉ. अंसारी ने खुद कुछ जिलों का संवेदनशील इलाकों का दौरा किया और अधिकारियों के साथ बैठक कर राहत कार्यों की समीक्षा की।