भारी बारिश से गुर्रा नदी उफान पर, बोड्डी गांव जलमग्न, दर्जनभर घरों को नुकसान

जिले में शनिवार रात से हो रही मूसलधार बारिश ने तबाही मचा दी है। बारिश के चलते गुर्रा नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिससे नदी किनारे बसा बोड्डी गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गया। पानी इतनी तेजी से गांव में घुसा कि लोगों को रात में ही घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भागना पड़ा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, एक दर्जन से ज्यादा घरों को भारी नुकसान पहुंचा है। कई कच्चे मकान पूरी तरह से ढह गए, जबकि पक्के मकानों में भी पानी भरने से घरेलू सामान खराब हो गया। गांव के कई खेत भी पानी में डूब गए हैं, जिससे फसलों का नुकसान भी सामने आया है।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि गुर्रा नदी का जलस्तर देर रात अचानक बढ़ा और देखते ही देखते पानी गांव के भीतर तक पहुंच गया। बारिश इतनी तेज थी कि बचाव का समय भी नहीं मिला। कई परिवारों ने किसी तरह अपने बच्चों और जरूरी सामानों के साथ ऊंचे स्थानों पर शरण ली।
प्रशासन ने हालात की गंभीरता को देखते हुए राहत कार्य शुरू कर दिए हैं। प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची है और प्रभावित लोगों के लिए अस्थायी राहत शिविर और भोजन-पानी की व्यवस्था की जा रही है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग की टीम को भी अलर्ट पर रखा गया है ताकि जलजनित बीमारियों से बचाव किया जा सके।
गढ़वा अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया कि बोड्डी गांव के हालात पर नजर रखी जा रही है और राजस्व विभाग को नुकसान का सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया गया है। जिन परिवारों के घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें शीघ्र मुआवजा और राहत सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों तक और भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे प्रशासन और ग्रामीणों की चिंता और बढ़ गई है। प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और आवश्यक हो तो पहले से सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।
यह घटना एक बार फिर बताती है कि कैसे जलवायु परिवर्तन और मानसून की अनिश्चितता ग्रामीण क्षेत्रों को तेजी से प्रभावित कर रही है। बोड्डी गांव के लोग अब भी भय और असुरक्षा के माहौल में हैं, लेकिन प्रशासन की तत्परता से राहत की उम्मीद जरूर जगी है।