Samachar Nama
×

गुमला पुलिस ने प्रतिबंधित नक्सली फिरोज अंसारी को गिरफ्तार किया, भारी मात्रा में हथियार और सामग्री बरामद

गुमला पुलिस ने प्रतिबंधित नक्सली फिरोज अंसारी को गिरफ्तार किया, भारी मात्रा में हथियार और सामग्री बरामद

झारखंड के गुमला जिले की पुलिस ने एक बड़ी सफलता प्राप्त करते हुए प्रतिबंधित संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद (JJMP) के एक प्रमुख नक्सली फिरोज अंसारी को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई एक मुठभेड़ के बाद की गई, जिसमें अंसारी को जंगल से गिरफ्तार किया गया। वह पुलिस के लिए पांच लाख रुपये के इनाम का घोषित अपराधी था और लंबे समय से सुरक्षाबलों की गिरफ्त से बाहर था।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, फिरोज अंसारी पर गुमला और आसपास के क्षेत्रों में नक्सल गतिविधियों के लिए कई गंभीर आरोप थे। वह संगठन के लिए हथियारों की तस्करी, वसूली, और पुलिस प्रशासन के खिलाफ कई हमलों में शामिल रहा था। उसकी गिरफ्तारी से न केवल JJMP को एक बड़ा झटका लगा है, बल्कि इस क्षेत्र में नक्सलवाद के खिलाफ चल रही पुलिस कार्रवाई को भी मजबूती मिली है।

गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने फिरोज अंसारी के पास से भारी मात्रा में हथियार और आपत्तिजनक सामग्री बरामद की। इसमें एक 303 रायफल, 200 राउंड कारतूस, 7.62 एमएम के 150 कारतूस, तीन स्मार्टफोन, दो कीपैड फोन, दो डायरी, एक मोबाइल चार्जर, इंटरनेट का राउटर और एक पिट्ठू बैग शामिल हैं। इन सामानों से यह स्पष्ट होता है कि फिरोज अंसारी न केवल नक्सली गतिविधियों के संचालन में सक्रिय था, बल्कि उसे आधुनिक संचार उपकरणों और अन्य सुविधाओं का भी भरपूर उपयोग था।

गुमला जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने इस सफलता को बड़े पैमाने पर नक्सलवाद के खिलाफ उठाया गया एक बड़ा कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह गिरफ्तारी पुलिस के लिए एक अहम मील का पत्थर है और इससे नक्सलियों को यह संदेश जाएगा कि वे अब सुरक्षित नहीं हैं। एसपी ने यह भी कहा कि फिरोज अंसारी की गिरफ्तारी से इलाके में नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई और तेज होगी।

गुमला पुलिस के मुताबिक, इस मुठभेड़ में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन फिर भी पुलिस ने इसे एक बड़ी सफलता माना। पुलिस टीम ने मौके से बड़ी संख्या में हथियार और आपत्तिजनक सामग्री बरामद कर यह साबित कर दिया कि नक्सलियों के खिलाफ जारी मुहिम लगातार प्रभावी हो रही है।

गिरफ्तारी के बाद फिरोज अंसारी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और अब पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि यह गिरफ्तारी इलाके में नक्सली गतिविधियों पर काबू पाने के लिए एक अहम कदम है और इससे स्थानीय लोगों के बीच भी नक्सलवाद के खिलाफ जागरूकता फैलने की उम्मीद है।

नक्सलवाद के खिलाफ झारखंड पुलिस की लगातार कार्रवाई
झारखंड पुलिस की यह गिरफ्तारी नक्सलवाद के खिलाफ उनकी प्रतिबद्धता को एक बार फिर से दर्शाती है। राज्य में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं, जिसमें सुरक्षाबलों के साथ-साथ स्थानीय जनता का भी सहयोग बढ़ रहा है। पुलिस का कहना है कि आने वाले समय में इस तरह की और भी बड़ी गिरफ्तारियां हो सकती हैं, जो नक्सलवाद को समाप्त करने की दिशा में अहम साबित होंगी।

Share this story

Tags