जामताड़ा के कालीपाथर गांव में बारिश का कहर, मिट्टी का घर ढहने से दादी-पोते की दर्दनाक मौत
जिले के नाला प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कालीपाथर गांव में बुधवार देर रात तेज बारिश ने एक आदिवासी परिवार पर कहर बनकर टूट पड़ी। लगातार हो रही बारिश के कारण मिट्टी का बना घर अचानक ढह गया, जिसके मलबे में दबकर एक वृद्ध महिला और उसके मासूम पोते की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना की पूरी जानकारी:
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घटना बुधवार देर रात करीब 11 बजे की बताई जा रही है, जब पूरा परिवार घर के अंदर सोया हुआ था।
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लगातार बारिश के चलते घर की दीवारें और छत कमजोर हो चुकी थीं, जो अचानक भरभराकर गिर गईं।
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हादसे में घर के अंदर सो रही दादी और करीब तीन साल का पोता मलबे के नीचे दब गए।
गांव में पसरा मातम, मौके पर पहुंचा प्रशासन
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हादसे के बाद गांव में कोहराम मच गया।
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आसपास के ग्रामीणों ने शोर सुनकर घटनास्थल पर पहुंचकर खुद मलबा हटाना शुरू किया, लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी।
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सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शवों को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
प्रशासन ने जताया शोक, सहायता का आश्वासन
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प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) और अंचल अधिकारी (CO) ने मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को सांत्वना दी।
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जिला प्रशासन की ओर से पीड़ित परिजनों को आपदा राहत कोष से मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
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साथ ही स्थायी मकान और तत्काल खाद्यान्न सहायता देने का आश्वासन भी दिया गया है।
खतरनाक हो चुके हैं कच्चे मकान
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झारखंड के कई ग्रामीण इलाकों में अब भी हजारों परिवार मिट्टी के कच्चे घरों में रहते हैं।
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मानसून के दौरान ऐसे हादसे लगातार सामने आते हैं, जो लोगों की जान पर बन आते हैं।
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प्रशासन की ओर से पहले भी कई बार कच्चे मकानों में रहने वाले परिवारों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

