देवरी प्रखंड के कोसोगोंदो दिघी पंचायत अंतर्गत नवादा गांव में सरकारी योजनाओं के नाम पर एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। इस मामले में कुछ आरोपियों ने सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए धोखाधड़ी का सहारा लिया और ग्रामीणों को गुमराह करके योजनाओं का गलत तरीके से लाभ प्राप्त किया।
जानकारी के अनुसार, आरोपियों ने सरकारी योजनाओं के तहत मिलने वाली वित्तीय मदद और सामग्री को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर हासिल किया। इसके अलावा, यह भी सामने आया कि इस फर्जीवाड़े में कुछ सरकारी कर्मचारियों की भी मिलीभगत हो सकती है। मामला तब उजागर हुआ जब गांव के कुछ जागरूक नागरिकों ने इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दी और मामले की जांच की मांग की।
फर्जीवाड़े की जांच शुरू
इस मामले के बाद, गिरिडीह जिला प्रशासन ने तुरंत जांच शुरू कर दी है। विकास पदाधिकारी और पंचायती राज विभाग के अधिकारियों की एक टीम नवादा गांव भेजी गई है, जो इस फर्जीवाड़े में शामिल सभी व्यक्तियों की पहचान करने और उन्हें कानून के तहत सजा दिलवाने की कोशिश कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि यदि इस फर्जीवाड़े में सरकारी कर्मचारियों की भूमिका साबित होती है तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सरकारी योजनाओं का गलत लाभ
संबंधित सरकारी योजनाओं में शामिल हैं:
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मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना)
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प्रधानमंत्री आवास योजना
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आधार कार्ड व राशन कार्ड योजनाएं
इन योजनाओं के तहत निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार, लाभार्थियों को काम की एवज में वेतन, आवास के लिए सहायता, और सामग्री वितरण मिलती है। लेकिन इस फर्जीवाड़े में उन लाभार्थियों की सूची में नाम जोड़े गए, जो वास्तविक पात्र नहीं थे, और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उन्हें योजनाओं का फायदा दिलाया गया।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
गांव के लोगों ने इस फर्जीवाड़े को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की है और कहा कि इस प्रकार के धोखाधड़ी से गरीब और जरूरतमंद लोग जो असल में इन योजनाओं के लाभार्थी हैं, वे इससे वंचित हो जाते हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि दोषियों को सजा दिलाई जाए और सरकारी योजनाओं के सही क्रियान्वयन को सुनिश्चित किया जाए।

